रांची (ब्यूरो) । डी.ए.वी। पब्लिक स्कूल बरियातू में चल रहे तीन दिवसीय सी.बी.एस.ई। इन हाउस ट्रेनिंग प्रोग्राम के दूसरे दिन भाषा, सामाजिक विज्ञान और नर्सरी ग्रुप के पहले सेशन में डी.ए.वी। पुंदाग की इंदिरा घोष ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मूल्यपरक शिक्षा में बताया कि कैसे पाठ्यक्रम के अध्यायों के शब्दों विशेषकर पद्यांशों की विभिन्न रुप में व्याख्या कर मानवीय सांस्कृतिक गुणों को समझाया जा सकता है$ दूसरे सत्र में डी.ए.वी। बरियातु की पियाली दासगुप्ता ने एडोलेस्सेन्ट वेलनेस में बताया कि विद्यार्थियों की शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए उनके बेहतर स्वास्थ्य का होना कितना जरुरी है विशेषकर एक अच्छी और समुचित नींद और उनके खान-पान में पोषक तत्वों का समावेश$ तीसरे सत्र में डी.ए.वी। बरियातु की सुनीता कुमारी मिश्रा ने क्षमता संवर्धन कार्यक्रम की उपयोगिता शिक्षकों और विद्यार्थियों के परिप्रेक्ष्य में साझा की$

वैल्यूज प्रभावित होते हैं

गणित, विज्ञान और कम्प्यूटर साइंस के ग्रुप में डी.ए.वी। पुन्दाग की इंदु प्रसाद ने हेल्थ एंड वेलनेस टॉपिक के माध्यम से बताया कि कैसे शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, मूल्यात्मक, आध्यात्मिक स्वास्थ्य को नियंत्रित कर अपने कार्यों को सामाजिक स्वीकारोक्ति की दिशा दे सकते हैं जो हमारे मूल्यों से प्रभावित होती है$ दूसरे सेशन में डी.ए.वी। पुन्दाग की स्वाति डे ने गतिविधियों के माध्यम से नई शिक्षा नीति के प्रावधानों को समझाया$ तीसरे और आखिरी सत्र में भी.ए.वी। बरियातु की वंदना सिन्हा ने इक्सपेरेंशियल लर्निंग टॉपिक में बताया कि अध्यापन की विधा में उसमें रुचिकर, सतत् मूल्यांकन, स्नेहपूर्ण निर्देश, वास्तविक जीवन के उदाहरणों से समायोजित कर उसे उद्देश्यपूर्ण बनाया जा सकता है$

मोरल वैल्यूज पर सजग

डी.ए.वी। पब्लिक स्कूल्स झारखंड जोन जी के सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारी अरुण कुमार ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह जरूरी है कि नैतिक मूल्यों के प्रति सभी सजग हों, बच्चों की भी भावनाएं एवं कर्म में उसका तत्व हो $इस कार्यशाला का उद्देश्य सफल होगा जब यहॉं सीखी गई बातों को अपने जीवन और कर्म में उतारें$