रांची (ब्यूरो)। झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स के उद्योग उप समिति की बैठक बुधवार को चैंबर भवन में हुई। बैठक में उपस्थित सदस्यों ने औद्योगिक इकाइयों की विभिन्न समस्या व सुझाव पर वार्ता की और राज्य के औद्योगिक विकास के लिए इन बिंदुओं पर त्वरित कार्रवाई को जरूरी बताया। बैठक के दौरान राज्य के औद्योगिक क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर चिंता जताते हुए इस कार्य में स्टेकहोल्डर्स को सहभागी बनाने को जरूरी बताया गया। निजी औद्योगिक क्षेत्रों की महत्वाकांक्षी अवधारणा से राज्य में बन रही उत्साहजनक स्थिति पर भी चर्चा की गई और कहा गया कि इसे क्रियान्वित करने के लिए हर स्तर पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

उद्योग सचिव से करेंगे बात

बैठक में यह सहमति बनाई गई कि चैंबर द्वारा सभी समस्याओं पर उद्योग सचिव के साथ वार्ता कर समाधान की पहल की जायेगी। बैठक में चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री, उपाध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा, महासचिव डॉ अभिषेक रामाधीन, प्रवक्ता ज्योति कुमारी, उद्योग उप समिति चेयरमेन बिनोद अग्रवाल के अलावा कोकर इंडस्ट्रीयल एरिया और तुुपुदाना इंडस्ट्रीयल एरिया एसोसियेशन के सदस्य उपस्थित थे।

सुविधा समागम में रखी बात बॉक्स के लिए

कर्मचारी राज्य बीमा निगम क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा आज ऑनलाइन सुविधा समागम कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें राज्य भर से 60 से भी ज्यादा लोगों ने कार्यक्रम में शामिल होकर अपनी कठिनाइयों से अवगत कराया। इस अवसर पर चैंबर के श्रम व मापतौल उप समिति के चेयरमैन प्रमोद सारस्वत ने ऑनलाइन बैठक में शामिल होकर कई मुद्दों को रखा और देवघर, बोकारो में ईएसआईसी अस्पताल की मांग की। यह भी अवगत कराया कि गिरिडीह में 10 हजार से भी ज्यादा बीमित व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन ईएसआईसी में है, लेकिन इसके बावजूद भी मेडिकल सुविधा के लिए गिरिडीह के लोगों को धनबाद और बोकारो जाना पड़ता है।

मेडिकल सुविधा देंकार्यक्रम में यह सुझाया कि गिरिडीह में ही प्राइवेट हॉस्पिटल को टाइअप कर बीमित व्यक्तियों को मेडिकल सुविधा मुहैया करायी जाए। पदाधिकारियों ने बताया कि डाल्टनगंज, साहिबगंज और खूंटी में विभाग का डिस्पेंसरी के साथ ऑफिस 1 फरवरी को खुलने जा रहा है जिसका लाभ वहां के लोगों को प्राप्त होगा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अभिषेक, राजीव रंजन, डॉक्टर संजय मुर्मू, डॉक्टर एम पी मिंज सहित चैंबर की ओर से श्रम व माप तोल उप समिति के चेयरमेन प्रमोद सारस्वत सहित राज्य की कई रजिस्टर्ड फर्म व लाभकारी बड़े संख्या में मौजूद थे।

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