रांची (ब्यूरो) । आरकेडीएफ विश्वविद्यालय रांची में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के दुसरे सत्र में मुख्य भाषण डॉ दुलारी हांसदा एनआईटी जमशेदपुर, द्वारा दिया गया। इन्होंने अपने वक्तव्य में कहा की सस्टेनेबिलिटी साइंस एवं टेक्नोलॉजी एक अंत: विषयक ओपन एक्सेस जनरल है जो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग में प्रगति के लिए समर्पित है। अतिथि वक्ता डॉ जयपाल सिंह चौधरी का मुख्य भाषण, हुआ। उन्होंने कहा कि सभी विज्ञान और इंजीनियरिंग विषयों में सफलताओं पर ध्यान केंद्रित करता है जो तीन स्थिरता स्तंभों में से एक या अधिक को संबोधित करता है।

नवाचार के माध्यम से

पर्यावरण सामाजिक और आर्थिक वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ पल्लवी कुमारी का मुख्य भाषण (कीट विज्ञान) पहाड़ी और पठारी क्षेत्र के लिए आईसीएआर आरसीईआर कृषि प्रणाली अनुसंधान केंद्र प्लांडु राची झारखंड ने कहा कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नवाचार के माध्यम से ही पर्यावरण को क्षति पहुंचाने वाले वस्तुओं के विकल्पों की तलाश करना संभव है विज्ञान के उन्नयन से उत्पन्न जलवायु परिवर्तन एवं पर्यावरण प्रदूषण जैसी समस्याओं का निवारण विज्ञान के माध्यम से ही संभव है। इस अवसर पर सम्मिलित शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को कुलपति द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया.धन्यवाद ज्ञापन डॉ नीलू कुमारी द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कई प्रोफेसर और छात्र-छात्राएं मौजूद थे।