रांची (ब्यूरो) । राजधानी रांची में योजनाएं तो कई बनती हैं। शहर को व्यवस्थित करने से लेकर अन्य विषयों पर योजनाएं तैयार की जाती हैं। लेकिन उनमें कम ही योजनाएं होती हैं, जो धरातल पर उतर पाती हैं। धरातल पर उतरने वाली योजनाओं को भी बगैर किसी प्लानिंग के उतार दिया जाता है। नतीजा यह होता है कि कुछ ही दिनों में योजना की हवा निकल जाती है, और इस प्रकार आम जनता के टैक्स के पैसे की बर्बादी की जाती है। कुछ ऐसा ही हस्र हुआ है सिटी की सडक़ों पर लगाए गए पेवर ब्लॉक का, जिन पेवर ब्लॉक को महज पांच से छह महीने पहले बिना किसी प्लालिंग के करोड़ो रुपए खर्च कर बिछाया गया था, आज उसकी दुर्गति हो चुकी है। करीब एक साल पहले से एनएचएआई द्वारा एलिवेटेड रोड बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के बाद भी सडक़ किनारे पेवर ब्लॉक बिछा दिया गया। जब एनएचएआई ने निर्माण कार्य शुरू किया तो सभी पेवर ब्लॉक उखाड़ दिए गए। इन पेवर ब्लॉक का अपर बाजार के बकरी बाजार स्थित नगर निगम के स्टोर में ढेर लगा दिया गया है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि जब उखाडऩा ही था तो लगाया क्यों? किसे फायदा पहु़ंचाने के लिए यह निर्णय लिया गया और किसके कहने पर आनन-फानन में पेवर ब्लॉक बिछाए गए? मामले की जांच के बाद ही इन सवालों के जवाब मिल पाएंगे।

4.50 करोड़ की बर्बादी

रातू रोड से पंडरा, पिस्का मोड़ से आईटीआई बस स्टैंड करीब दो किमी रेडियस में पेवर ब्लॉक बिछाया गया था। सडक़ के दोनों ओर ये पेवर ब्लॉक लगाए गए थे। पेवर ब्लॉक को बिछाने में करीब साढ़े चार करोड़ रुपए खर्च हुए थे। इसी स्थान पर एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना को हरी झंडी दी गई थी। ऐसा नहीं था कि नगर निगम के पदाधिकारी को इसकी जानकारी नहीं थी। इसके बावजूद सडक़ के दोनों ओर पेवर ब्लॉक बिछा दिए गए। इस पूरी योजना में सिर्फ और सिर्फ पैसे की बर्बादी हुई है।

उखाडक़र डंपिंग यार्ड में फेंका

पिस्का मोड़ के समीप जब एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू हुआ उस वक्त भी यहां लगाए गए भारी मात्रा में पेवर ब्लॉक उखाड़ कर झिरी स्थित डंपिंग यार्ड में फेंक दिए गए। जहां से लोग इसे उठाकर अपने-अपने घरों में लगा लिये। अब लाह कोठी, रातू रोड, किशोरी सिंह यादव चौक के आसपास लगे पेवर ब्लॉक को उखाड़ा गया, जिसे नगर निगम के कर्मचारियों ने उठवा कर बकरी बाजार में स्टोर कर दिया है। अब इन पेवर ब्लॉक का क्या होगा? नगर निगम के पास फिलहाल इसका कोई जवाब नहीं है।

सांसद ने भी उठाए थे सवाल

पेवर ब्लॉक में पैसे की बर्बादी पर सांसद संजय सेठ ने भी सवाल उठाए हैं। सांसद ने पेवर ब्लॉक बिछाने से मना भी किया था। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने मनमानी करते हुए सडक़ किनारे पेवर ब्लॉक लगवा दिए। जिस प्रकार इसे लगवाने में करोड़ो खर्च हुए उसी प्रकार इसे उखाड़ कर स्टोर करने में भी पैसे की बर्बादी की जा रही है। बकरी बाजार में रखे पेवर ब्लॉक को लोग चुराकर ले जा रहे है। लोग इसे घर, दुकान और अन्य स्थानों में लगा रहे हैं।

अब उखाडऩे में खर्च

इसे उखाडऩे में भी भारी संख्या में पेवर ब्लॉक बर्बाद हो चुके हैं। पेवर ब्लॉक बिछाने में सीमेंट बालू और मजदूरी भी खर्च हुए। सडक़ पर जलजमाव न हो इस उद्देश्य से नगर निगम ने पेवर ब्लॉक लगवाया था। लेकिन स्थान गलत चुनने की वजह से काफी नुकसान हो गया। हालांकि नगर निगम द्वारा सभी वार्ड में पेवर ब्लॉक बिछाने का निर्णय लिया गया था। गली-मुहल्लों में भी इसे बिछाने की योजना है। लेकिन इस दिशा में पहल नहीं हुई। यदि उखाड़े गए पेवर ब्लॉक को मुहल्लों और कॉलोनियों में लगवा दिया गया होता तो इसका कुछ बहुत सदुपयोग हो जाता। बहरहाल अब यह देखना होगा नगर निगम इन पेवर ब्लॉक का क्या करता है?

उखाड़े गए पेवर ब्लॉक्स को कहीं दूसरे स्थान पर बिछवा दिया जाएगा। सभी पेवर ब्लॉक्स को संभालकर रखने का निर्देश दिया गया है।

-रजनीश कुमार, एएमसी, आरएमसी