RANCHI : फ्रांस के पेरिस में पिछले शुक्रवार को हुए आतंकी हमले के विरोध में जमीयत उलेमा हिंद ने बुधवार को प्रदर्शन किया। कडरू स्थित हज हाउस के पास इस संगठन के बैनर तले सैकड़ों मुस्लिमों ने आतंकी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौैरान वे व मदरसों के बच्चे अपनी हाथों में प्ले कार्ड लिए हुए थे, जिसमें आईएसएस मुर्दाबाद, आतंकवाद खत्म करो जैसे नारे लिखे हुए थे। जमीयत उलेमा हिंद के झारखंड ईकाई के सचिव मौलाना अबू बकर ने कहा कि उनका संगठन किसी भी तरह के दहशतगर्दी का विरोध करता है। आईएसआईएस ने पेरिस में ब्लास्ट कर मानवता को शर्मसार किया है। इसकी तीव्र भ‌र्त्सना करते हैं।

इस्लाम इजाजत नहीं देता

जमीयत उलेमा हिंद के मौलाना अबु बकर ने कहा कि वे पूरी दुनिया में अमन व शांति चाहते हैं। इस्लाम इस बात की इजाजत नहीं देता कि मासूमों का खून कोई बहाए। सच्चा मुसलमान दहशतगर्दी को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता है। इस मौके पर मौलाना अब्दुल खालिद, कारी अहसान, मुफ्ती जेआउल हक, मुफ्ती कमर आलम, कारी अख्तल, हाजी जाहिरउर्र इस्लाम, मास्टर सलमान, मो तौहीद आलम आदि तमाम लोग मौजूद थे।

शान-ए-हुसैन कांफ्रेंस 4 दिसंबर को

थड़पखना स्थित उर्दू स्कूल मैदान में शान-ए- हुसैन कांफ्रेंस का का आयोजन चार दिसंबर को होगा। जलसा की सदारद पीर-ए- तकरीर सैयद रिजवानुल होदा(पिंडशरीफ)करेंगे। इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में राज्यसभा सदस्य गुलाम बलयावी, बरेलवी के शरीफ मोख्तार अहमद बहेरवी होंगे। नवादा के मौलाना नुमान अख्तर जमाली, मोलाना कुतुबदीन रिजवी भी इमाम ए हुसैन की जिंदगी पर कहेंगे। इस मौके पर दिलकश रांचवी, जमजम, फतेहपुरी, नसीम सेहर, गयावी नज्म पेश करेंगे। बुधवार को अब्दुल कलाम फाउंडेशन के गठन पर यह फैसला लिया गया। जरूरतमंदों की मदद करने के लिए नौजवानों ने इसका गठन किया है। अली सिद्दीकी को कमिटी का सदर चुना गया है, जबकि मोइज अख्तर को सचिव, इबरार खान को ज्वाइंट सेक्रेट्री, शाहीद अख्तर को कैशियर व शाहीन अहमद को नायब सदर बनाया गया है।