रांची: रिम्स में इलाज कराने आने वाले मरीजों को अब प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी। रिम्स प्रशासन द्वारा कैंपस में नया प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जल्द ही एजेंसी चयन का काम पूरा कर लिया जाएगा। दरअसल, रिम्स में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि योजना के तहत लोगों को सस्ते दाम पर गुणवत्तापूर्ण दवाई उपलब्ध कराने को लेकर चलाए जा रहे जन औषधि केंद्र में दवाओं की भारी कमी का मामला सामने आया था, जिस पर झारखंड हाई कोर्ट की ओर से रिम्स प्रशासन से जवाब मांगा गया था। इसी आलोक में रिम्स की ओर से हाई कोर्ट में जल्द ही दवाई दुकान खोलने की तैयारी शुरू की गई है।

2015 में शुरू हुई योजना

बता दें कि वर्ष 2015 से प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि योजना के तहत देश के विभिन्न राज्यों में लोगों को सस्ती दर पर गुणवत्तापूर्ण दवा उपलब्ध कराने के लिए जन औषधि केंद्र खोला गया है। उसी योजना के तहत झारखंड की राजधानी रांची के रिम्स में भी जन औषधि केंद्र खोला गया है। लेकिन उस जन औषधि केंद्र में लोगों को दवा नहीं मिलती हैं, क्योंकि वहां पर दवा की भारी किल्लत रहती है। अधिकतर तो बंद ही रहती हैं।

टेंडर की जिम्मेदारी डीसी की

रिम्स की ओर से झारखंड हाईकोर्ट को बताया गया कि जन औषधि केंद्र में दवा सप्लाई के लिए टेंडर करने की जिम्मेदारी डीसी की है। लेकिन उनकी ओर से दवा सप्लायर्स का चयन नहीं करने से आपूर्ति नहीं हो पाती है। इसलिए केंद्र बंद पड़ा है। रिम्स परिसर में दवाई दोस्त का केंद्र खोला गया है, जो जेनरिक दवाइयां बेचता है।

जन औषधि केंद्र में दवाई नहीं

रिम्स कैंपस में 6 साल से प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोला गया है, लेकिन हमेशा यहां दवाइयों की किल्लत रहती है। उसके बगल में दवाई दोस्त खोला गया जहां लोगों की भीड़ रहती है, लेकिन जन औषधि केंद्र में दवाइयां उपलब्ध नहीं रहने के कारण लोग खरीदारी नहीं कर पाते हैं। कम दवाई की सप्लाई की शिकायत पूरे साल जन औषधि केंद्र पर रही, कभी भी सुधार नहीं हो पाया। अंतत: दवाई दोस्त को बढ़ावा दिया गया और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र बंद हो गया। अब हाईकोर्ट के निर्देश पर फिर से जन औषधि केंद्र को शुरू किया जा रहा है।