रांची: झारखंड का नया मंत्रालय भवन अब रांची स्मार्ट सिटी कैंपस(657 एकड़)में ही बसाया जा रहा है। सात एकड़ जमीन पर नया मंत्रालय भवन बनेगा। नगर विकास विभाग की एजेंसी जुडको की ओर से नया मंत्रालय भवन बनाने को परामर्श और डिजाइन करने वाली एजेंसी का चयन किया जा रहा है। नए संवेदक का चयन किया जाएगा और काम शुरू होगा।

कन्वेंशन सेंटर की जगह होगा भवन

स्मार्ट सिटी कैंपस में जहां कन्वेंशन सेंटर बनाया जा रहा था उसी जमीन पर नया मंत्रालय भवन बनाया जाएगा। इसके लिए नगर विकास विभाग ने कन्वेंशन सेंटर का काम करने वाली एजेंसी एलएनटी का काम भी रद्द कर दिया है और अब यहां कन्वेंशन सेंटर नहीं बनाया जाएगा। कन्वेंशन सेंटर का निर्माण 5 एकड़ एरिया में किया जाना था, लेकिन उसके बगल में 2 एकड़ और जमीन को मिलाकर अब वहां इंटीग्रेटेड मंत्रालय भवन का निर्माण होगा।

कन्वेंशन सेंटर निर्माण का निर्णय बदला

हेमंत सोरेन की नई सरकार बनने के साथ ही स्मार्ट सिटी में सचिवालय निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया था। उन्होंने स्मार्ट सिटी में कन्वेंशन सेंटर निर्माण को बंद करते हुए वहां नया सचिवालय निर्माण करने का निर्देश अधिकारियों को दिया था। इसके पहले इसी क्षेत्र में प्रस्तावित कोर कैपिटल क्षेत्र में सचिवालय का निर्माण किया जाना था।

पुराने भवन में चल रहा सचिवालय

वर्तमान में झारखंड सरकार का मंत्रालय प्रोजेक्ट बिल्डिंग और नेपाल हाउस भवन में चल रहा है। नई सरकार ने झारखंड सरकार के अलग-अलग विभाग जो अलग-अलग जगह पर चल रहे हैं उन्हें एक कैंपस में लाने के लिए जुपमी भवन का चयन भी किया गया है। वर्तमान में अस्थाई तौर पर इन्हीं भवनों में झारखंड सरकार काम करेगी। जब स्मार्ट सिटी कैंपस में नया मंत्रालय भवन बनकर तैयार होगा, उसके बाद सभी विभाग वहां शिफ्ट होंगे।

390 करोड़ में बनना था कन्वेंशन सेंटर

2017 में रघुवर सरकार ने स्मार्ट सिटी कैंपस में 390 करोड़ रुपए में कन्वेंशन सेंटर बनाने के लिए एलएनटी को टेंडर दिया था। प्रस्तावित कन्वेंशन सेंटर में पांच हजार लोगों के बैठने की क्षमता थी। यह एक बहुद्देश्यीय भवन बनाना था, जो राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के सम्मेलनों के लिए उपयोग में आता। इसमें प्रदर्शनी के आयोजन और छोटी-छोटी कार्यशालाओं के लिए अलग-अलग रूम बनाने थे, इसमें अलग-अलग सम्मेलन कक्ष, बोर्ड रूम और कॉरपोरेट लाउंज की भी व्यवस्था की जानी थी। इसमें पूर्ण सुसज्जित मीडिया कक्ष, मिनी ऑडिटोरियम, फूड कोर्ट और बेवरेज के लिए आउटलेट के साथ ही कार्यक्रम से पहले की तैयारियों, स्टोरेज, किचेन, कैटरिंग और दूसरी सेवाओं के लिए पर्याप्त स्थान रहता। इसमें सभी तरह की पार्किग जरूरतों को पूरा करने के लिए स्थान उपलब्ध कराने की योजना थी।