रांची (ब्यूरो)। आज सरकार के 3 वर्ष पूरे हो रहे हैं । इस दौरान हमने कई उतार-चढ़ाव देखे। कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से हमारा सामना हुआ। इस दौरान देश- दुनिया की तमाम व्यवस्थाएं ठप्प सी हो गई। झारखंड भी इससे अछूता नहीं रहा। लेकिन, हमारी सरकार ने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया। हमने हार नहीं मानी और इस आपदा को अवसर के रूप में लिया। इसी का नतीजा रहा कि आप सभी के सहयोग से इस महामारी से निपटने में कामयाब हुए। इसके उपरांत विकास की गति को तेज करने की संकल्पना के साथ कई योजनाओं को शुरू किया, जिसका लाभ आज राज्य के कोने -कोने में रहने वाले लोगों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज वर्तमान राज्य सरकार के 3 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में झारखंड मंत्रालय सभागार में आयोजित मुख्य समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कही। उन्होंने कहा कि सरकार जिस सोच और उद्देश्य के साथ काम कर रही है, उससे यहां के लोग भी आगे बढ़ेंगे और राज्य भी आगे बढ़ेगा।

शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार समेत सभी क्षेत्रों में विकास के कार्य हो रहे हैं। किसानों, मजदूरों, सरकारी कर्मियों, बुजुर्गों, महिलाओं, नौजवानों सहित हर वर्ग और तबके के लिए योजनाएं चला रहे हैं। हमारी सरकार ने लक्ष्य तय कर रखा है और उसी के अनुरूप कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है।

योजनाओं का मिला लाभ

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज पूरे राज्य के लिए हर्ष उल्लास और उत्साह का दिन है। सरकार के 3 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर कई योजनाओं और पोर्टल का शुभारंभ हुआ है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सूखा राहत योजना, सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना और प्री- मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के लाभुकों के बीच डीबीटी के माध्यम से लगभग 951 करोड़ रुपए हस्तांतरित किए गए हैं। हमारी सरकार इसी मकसद के साथ कार्य कर रही है कि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके।

लाभुकों के साथ किया संवाद

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर समारोह में कुछ लाभुकों को अपने हाथों से योजनाओं का लाभ प्रदान किया। वहीं, विभिन्न जिलों में विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के साथ ऑनलाइन संवाद भी किया। लाभुकों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं से उन्हें काफी लाभ पहुंच रहा है और उनके गांव-पंचायत में विकास कार्य काफी बेहतर तरीके से संचालित हो रहे हैं।