रांची (ब्यूरो)। रांची सहित राज्य भर में आने वाले महीनों में 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इसमें कुछ लोगों को सीधी नौकरी मिलेगी तो कुछ लोग अपना व्यवसाय करके रोजगार शुरू करेंगे। दरअसल, झारखंड में पांच कोयला खदान आने वाले दो से तीन महीने में शुरू हो जाएंगे। इनके शुरू होने से लोगों के लिए रोजगार के द्वार खुल जाएंगे। कुछ प्लांट इस साल दिसंबर महीने से शुरू हो जाएंगे तो कुछ अगले साल की शुरुआत में।

लोकल को रोजगार

जहां-जहां कोल ब्लॉक शुरू होगा, वहां के युवाओं को कंपनी में नौकरी मिलेगी। वहीं, जिस इलाके मेंं कोल ब्लॉक शुरू हो रहा है वहां के लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से भी प्लांट चालू होने पर रोजगार के अवसर मिलेंगे।

कहते हैं माइंस एक्सपर्ट

खनन विशेषज्ञ की मानें, तो एक खदान के चालू होने से औसतन 20 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलते हैं। ऑफिस स्टाप, डंफ र चालक, खान मजदूर से लेकर आसपास खुलनेवाले होटल व दुकान आदि भी शामिल हैं। आने वाले समय में पांच प्लांट शुरू होंगे, इस प्रकार यदि पांच कोल ब्लॉक चालू होते हैं तो एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे।

सरकार रेस

झारखंड में नए कोल ब्लॉक चालू होने से न केवल रोजगार सृजन होगा, बल्कि सरकार के राजस्व में भी भारी इजाफ ा होगा। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर इन कोल ब्लॉक को चालू करने के प्रयास में जुटी हुई हैं। जितने भी प्रकार के क्लीयरेंस हैं, उनमें खान, वन व प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा तेजी से काम किया जा रहा है।

कहां शुरू होंगे कोल प्लांट

हजारीबाग जिला स्थित जेएसडब्ल्यू के मोइत्रा कोल ब्लॉक के लीज की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। अरण्या स्टील को डालटनगंज में आवंटित लोहारी कोल ब्लॉक में भी लीज करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है। एनटीपीसी के केरेडारी में भी सारे क्लीयरेंस ले लिये गये हैं या कुछ के अंतिम चरण में हैं। वीसी के तुबेद कोल ब्लॉक की भी यही स्थिति है। कुड़ जिले में पचुवार सेंट्रल कोल ब्लॉक का आवंटन पंजाब इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड को किया गया है। इसकी प्रक्रिया भी अंतिम चरण में हैं।

रेवेन्यू में होगा भारी इजाफा

राज्य सरकार को अभी खदानों से आठ हजार करोड़ रुपए राजस्व प्रतिवर्ष मिलता है। एक कोल ब्लॉक से लगभग 300 से 400 करोड़ रुपए राजस्व आता है। यानी पांच कोल ब्लॉक से दो हजार करोड़ रुपए सालाना राजस्व की प्राप्ति होगी। यह राजस्व अगले 30 वर्षों तक मिलता रहेगा। झारखंड सरकार को कोयला की रॉयल्टी से बहुत अच्छा रेवेन्यू अभी भी मिल रहा है। नया प्लांट लग जाने के बाद और अच्छा रेवेन्यू मिलेगा।

झारखंड में नए कोल ब्लॉक जल्द ही शुरू होने वाले हैं, सरकार की ओर से कोल ब्लॉक के जरूरी क्लियरेंस को पूरा किया जा रहा है। कोल ब्लॉक शुरू होने से राज्य के लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेंगे।

-अमित कुमार, निदेशक, खान विभाग, झारखंड