RANCHI: फ्क्ख् पद के लिए राज्यभर के ख्ख्9 परीक्षा केंद्रों पर रविवार को जेपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पीटी (छठी)शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित हुई। इसमें 7ब् हजार म्0 परीक्षार्थी शामिल हुए जबकि क् लाख म् हजार ख्8म् परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें फ्ख्ख्ख्म् परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। जेपीएससी की परीक्षा के लिए रांची में 80 केंद्र बनाए गए थे। परीक्षा रांची समेत क्0 जिलों में आयोजित हुई। परीक्षा में निगेटिव मार्किग का प्रावधान नहीं था।

झारखंड बेस्ट 9 सवाल

जेपीएससी पीटी के पहले पेपर की परीक्षा क्0.फ्0 बजे से दोपहर क्ख्.फ्0 बजे तक हुई। इसमें जेनरल स्टडीज से जुड़े सवाल पूछे गए थे। पहले पेपर में ख्00 अंकों के लिए क्00 सवाल पूछे गए। इसमें झारखंड से जुड़े 9 सवाल थे, जिसमें आदिम जनजाति, संताल परगना को प्राचीन काल में किस नाम से जाना जाता था सहित अन्य सवाल पूछे गए।

क्भ् सवाल सीएनटी-एसपीटी एक्ट पर

दूसरी पाली में लिए गए सेकेंड पेपर में ख्00 अंकों के क्00 प्रश्न झारखंड बेस्ड पूछे गए। इसमें करीब क्भ् सवाल सीएनटी-एसपीटी एक्ट से जुड़े थे। इसके अलावा झारखंड आंदोलन, झारखंड के पहले स्वतंत्रता सेनानी से जुड़े सवाल पूछे गए थे।

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दिव्यांगों को चढ़नी पड़ी सीढि़यां

जेपीएससी पीटी में दिव्यांगों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। रांची के दिव्यांगों के लिए जिला मुख्यालय से क्8 किमी दूर रातू में परीक्षा केंद्र बनाया गया था। इससे भी बड़ी और ज्यादा परेशानी वाली बात तो यह है कि दिव्यांगों को दूसरे तल्ले पर एग्जाम दिलाया गया। सीढि़यां चढ़कर एग्जामिनेशन हॉल पहुंचने में दिव्यांगों को काफी दिक्कतें हुई।

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कम समय में ज्यादा करनी थी तैयारी

परीक्षार्थी बीरेंद्र महतो ने बताया कि सिलेबस से सवाल तो पूछे गए थे लेकिन सिलेबस परीक्षा के करीब दो महीने पहले ही जारी हुआ था। इस वजह से ज्यादातर परीक्षार्थी कम समय में तैयारी नहीं कर पाए। हालांकि जो सवाल थे वह झारखंड से जुड़े थे, इस वजह से यहां के स्थानीय छात्रों को कम परेशानी हुई।

क्या कहते हैं परीक्षार्थी

क्वेश्चन पेपर आसान थे, हालांकि जीएस पेपर टू के कुछ प्रश्न टफ रहे। नए सिलेबस और समय की कमी की वजह से भी पूरा क्वेश्चन सॉल्व नहीं कर सका।

निरंजन

निगेटिव मार्किग का प्रोविजन नहीं था, इस वजह से सारे क्वेश्चन अटेंप्ट किया। कई बार क्वेश्चन को म्0-ब्0 पर भी चांस लिया जाता है। हालांकि क्वेश्चन पेपर लेवल के थे।

अविनाश

पहले पेपर में हिस्ट्री के ज्यादा क्वेश्चन थे। यहां तक कि झारखंड के इतिहास को भी क्वेश्चन में शामिल किया गया था। निगेटिव मार्किग नहीं होगी। अच्छे रिजल्ट की उम्मीद है।

प्रवीण कुमार मिश्रा

सीएनटी-एसपीटी एक्ट के ज्यादा सवाल पूछ दिए गए, लग ही नहीं रहा था कि जेपीएससी का एग्जाम लिख रहा हूं। भला कानून से भी इतने सवाल जेपीएससी की पीटी में पूछा जाता है।

बीरेंद्र महतो