-इंसुलिन लेने से इन्कार करने पर चिकित्सकों की परेशानी बढ़ी

रांची : राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में इलाजरत चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का शुगर कम नहीं हो रहा है। रविवार को मिली रिपोर्ट के अनुसार उनका शुगर फास्टिंग में 196 एवं खाना खाने के बाद 240 था। यह लगातार बढ़-घट रहा है। रक्तचाप लगभग सामान्य है। इंफेक्शन का स्तर बढ़ा हुआ है। यह 12,000 पाया गया, जबकि सामान्य 11, 000 तक माना जाता है।

शुगर कंट्रोल करने के लिए चिकित्सकों ने उन्हें इंसुलिन लेने का परामर्श दिया है। लेकिन, लालू प्रसाद ने इंसुलिन लेने से इन्कार कर दिया है। वह दवा से काम चलाने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि बाहर घूमने-टहलने से शुगर कम हो जाएगा। उनकी मनाही के बाद इलाज में लगे डॉक्टर परेशान हैं।

डॉक्टरों ने बताया कि शुगर कंट्रोल नहीं होने पर परेशानी बढ़ सकती है। उनकी किडनी का सीरम क्रिएटिनीन पहले से ही बढ़ा हुआ है। अभी यह 1.7 है। मेडिसीन विभाग के डॉ। उमेश प्रसाद की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। डॉ। उमेश ने रविवार को बताया कि शुगर कंट्रोल करने के लिए पहले ही दवा का डोज बढ़ा चुके हैं। मरीज के अनुसार निर्धारित डोज से अधिक दवा नहीं दी जा सकती। उसकी जगह इंसुलिन ही विकल्प है। सर्जरी विभाग के डॉ। मृत्युंजय सरावगी एवं कार्डियक के डॉ.प्रवीण झा ने भी उनकी जांच की। डॉ। सरावगी ने बताया कि उनका जख्म ठीक हो रहा है। एंटीबायोटिक्सि अभी चल रही है।

लालू प्रसाद कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हैं। इसलिए रिम्स के मेडिकल बोर्ड ने जांच एवं इलाज के लिए उन्हें एम्स या उच्चस्तरीय संस्थान भेजने की अनुशंसा बुधवार को ही कर दी है। वह 17 मार्च को रिम्स में भर्ती हुए थे।