रांची(ब्यूरो)। रांची स्मार्ट सिटी की जमीन होगी रजिस्ट्री। जी हां, करीब एक साल बाद रांची स्मार्ट सिटी में जिन डेवलपर ने जमीन ली है उनकी अब रजिस्ट्री का रास्ता साफ हो गया है। पिछले साल जून 2022 में स्मार्ट सिटी में जिन लोगों ने जमीन ली थी उन्होंने स्मार्ट सिटी कॉर्पोरेशन को पूरा पैसा जमा कर दिया, लेकिन एक साल से वह रजिस्ट्री कराने का इंतजार कर रहे थे। अब रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन द्वारा ऑक्शन में बोली लगाने वाले बिल्डरों को उनके नाम जमीन रजिस्ट्री करने का निर्णय लिया गया है। जमीन रजिस्ट्री होने के बाद रांची स्मार्ट सिटी एरिया के अंदर कंस्ट्रक्शन का काम शुरू होगा, वहां अपार्टमेंट बनाने का काम शुरू होगा।

11 प्लॉट का हुआ है ऑक्शन

स्मार्ट सिटी के अंदर 11 प्लॉट का ऑक्शन हो चुका है। 9 बड़े प्लॉट का ऑक्शन मार्च 2021 में ही हो गया था, निवेशकों ने जमीन की पूरी राशि जून 2022 तक जमा भी कर दी थी। हालांकि, एचईसी से एनओसी नहीं मिलने के कारण अब तक उन प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं की गई थी। इस वजह से नीलामी में सफल होने के बावजूद बिल्डरों की जमीन की रजिस्ट्री लगभग 2 वर्ष लंबित रही। अब बिल्डरों की जमीन रजिस्ट्री कर दी जाएगी, उसके बाद वहां आवासीय, व्यवसाय और मिक्स इस्तेमाल वाले प्लॉट पर कंस्ट्रक्शन का काम शुरू होगा।

शुरू में 674 फ्लैट बनेंगे

रजिस्ट्री पूरी होने के बाद स्मार्ट सिटी के अंदर अपार्टमेंट उपलब्ध कराने के लिए ई-ऑक्शन में जमीन लेने वाली कंपनी मनीकरण एक्सेल डेवलपर्स द्वारा आवासीय परिसर डेवलप किया जाएगा। इस सोसाइटी का नाम होगा रिचमंड पार्क रेसिडेंसी। पांच एकड़ भूमि पर बनने वाले इस रेसिडेंशियल सोसायटी के पहले फेज में 674 फ्लैट्स बनेंगे। इसमें 2 प्लस बी और जी प्लस 17 के 8 ब्लॉक तैयार किए जाएंगे। यहां कंस्ट्रक्शन करने के लिए कंपनी ने एजेंसी का चयन भी कर लिया है। अभी एन्वायरमेंट क्लीयरेंस के लिए एनओसी का आवेदन दिया गया है।

डेढ़ लाख लोग रहेंगे

रांची स्मार्ट सिटी में कॉमर्शियल, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, हॉस्पिटैलिटी आदि क्षेत्रों का विकास हो रहा है। शहर बसने के बाद यहां करीब डेढ़ लाख की आबादी के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रहने का अनुमान है। यहां भवनों, संस्थानों के निर्माण के दौरान और निर्माण के बाद निर्बाध बिजली आपूर्ति को लेकर पहले जीआईएस सबस्टेशन का निर्माण हुआ है। यहां चार पावर सब स्टेशनों का निर्माण भी लगभग पूरा हो गया है

58 एकड़ के 410 करोड़ मिले

रांची स्मार्ट सिटी में नौ प्लॉट्स की नीलामी हो चुकी है। इन प्लॉटस की नीलामी से स्मार्ट सिटी कारपोरेशन को 410 करोड़ का राजस्व मिला है। यहां 6 आवासीय प्लॉट और तीन मिश्रित प्रयोग के प्लॉटस मिलाकर लगभग 58 एकड़ जमीन की ई नीलामी संपन्न हुई है।

बदलेगा मास्टर प्लान

रांची के धुर्वा में 656 एकड़ में बन रही स्मार्ट सिटी का मास्टर प्लान बदलेगा। होटल और कॉमर्शियल प्लॉट का आकार बड़ा है और इसकी कीमत अधिक है। इसी कारण निवेशक नहीं आ रहे हैं। इसलिए प्लॉट के आकार छोटे किए जाएंगे। पहली बार यहां आम लोगों को भी 5.5 डिसमिल के छोटे रिहायशी प्लॉट देने की तैयारी चल रही है। इन सभी को देखते हुए ही रांची स्मार्ट सिटी के मास्टर प्लान में बदलाव किया जा रहा है।

क्या होगा खास

-24 घंटे सात दिन पानी

-पानी के लिए जीआईएस पावर सब स्टेशन

-डेडीकेटेड वाटर सप्लाई लाइन बिछाने का काम पूरा

-रोड व ट्रांसपोर्ट सिस्टम

-ड्रेनेज सिस्टम

-24 घंटे बिजली, स्ट्रीट लाइटिंग

-प्लांटेशन समेत सारी व्यवस्थाएं

-हॉस्पिटल, 5 स्टार होटल भी होगा

-एचईसी क्षेत्र में करीब 650 एकड़ में वल्र्ड क्लास स्मार्ट सिटी बन रही

-आवासीय क्षेत्र की जमीन फ्री होल्ड व अन्य क्षेत्र की जमीन 99 साल की लीज पर होगी

-सड़कों के किनारे साइकिल ट्रैक और फुटपाथ बनाए जा रहे

-सड़कों की चौड़ाई नौ मीटर से 45 मीटर तक रखी गई है

-स्मार्ट सिटी में 37 परसेंट भाग खुली जगह के रूप में रखी जा रही है।

-सड़क, स्ट्रीट लाइट, मोबाइल टावर, पार्क समेत अन्य जरूरी संरचनाओं का विकास ।

-हर प्लॉट तक बुनियादी सुविधाएं अंडरग्राउंड डक्ट के माध्यम से पहुंचेंगी।