--रांची नगर निगम और टाटा मोटर्स के साथ सिर्फ हो रही है मीटिंग

-- कब होगी ख्ररीदारी, अभी तक फाइनल नहीं हो सकी है डेट

RANCHI : 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के दिन रांची सिटी को नई सौगात मिलनेवाली थी। इस दिन रांची सिटी में लो फ्लोर बसों को सीएम हरी झंडी दिखाकर रवाना करनेवाले थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा, क्योंकि रांची नगर निगम और टाटा मोटर्स के बीच अभी तक बसों की खरीद पर मीटिंग हो रही है। इन बसों की खरीद कब की जाएगी, अभी तक फाइनल नहीं हो पाया है। ऐसे में लो फ्लोर बसें अधर में लटक सकती हैं।

पिछले साल ही चलनी थीं बसें

2013 के सितंबर महीने में सिटी की सड़कों पर लाल रंग की लो फ्लोर एसी बसें चलनी थीं। आधुनिक सुविधाओं से युक्त यह लो फ्लोर बसों को चलाने की घोषणा रांची नगर निगम ने की थी। जवाहरलाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्यूअल मिशन (जेएनयूआरएम) योजना के तहत सेंट्रल गवर्नमेंट ने रांची नगर निगम को सिटी में 100 सिटी बसें चलाने का फंड दिया है। इसके तहत पहले चरण में 70 सामान्य सिटी बसें चलनी थीं और दूसरे चरण में 30 लो फ्लोर बसें, जिसमें 10 एसी और 20 नॉन एसी बसें चलाई जानी थीं। पहले चरण में रांची नगर निगम सिटी में सामान्य सिटी बसों को चला रहा है, अब दूसरे चरण में लो प्लोर बसों के लिए टेंडर निकाला था। उसमें अशोक लीलैंड को क्वालिफाई कर लिया गया है। इसने अपनी लो फ्लोर बसों का जो मॉडल और फीचर दिया है। वह नगर निगम के मानकों के अनुरूप था। ऐसे फाइनलाइज कर लिया गया था, लेकिन इसके बाद अचानक से टेक्निकल प्रॉब्लम बताते हुए अशोक लीलैंड से करार कैंसिल कर दिया गया था।

सेंट्रल गवर्नमेंट से मिला है फंड

अगर रांची में लो फ्लोर एसी बसें चलती तो यह देश के उन गिने-चुन शहरों में शुमार हो जाएगा, जिसमें सिटी के लोगों के लिए नगर निगम के द्वारा लो फ्लोर एसी बसें चलाई जाती हैं। जेएनयूआरएम योजना के तहत देश के कुछ चुने शहरों में ही लो फ्लोर बसें चलाने के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट ने फंड दिया है। इन बसों के चलने से एक तरफ जहां सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार आती, वहीं ट्रैफिक जाम से निपटने में मदद मिलती। इसके साथ ही दूसरी तरफ प्राइवेट व्हीकल्स की अपेक्षा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बढ़ावा मिलता, जिससे शहर की सड़कों से ट्रैफिक का बोझ कम होता, लेकिन इसे रांची नगर निगम की लापरवाही या नगर विकास विभाग का उदासीन रवैया। रांची के लोगों को लो फ्लोर बसों में बैठने का सपना अभी तक साकार नहीं हो पाया।

'रांची में जेएनयूआरएम योजना के तहत 100 बसें चलानी हैं। इनमें 30 लो फ्लोर बसें चलाई जानी हैं। टाटा मोटर्स से इसके लिए बातचीत चल रही है। उनके साथ मीटिंग हो चुकी है। जल्द ही बसों को चलाया जाएगा.'

नरेश सिन्हा, पीआरओ, रांची नगर निगम