RANCHI : सिटी में मेट्रो सिटीज की तर्ज पर लो-फ्लोर एसी बसों में रांचीआइट्स के चलने का सपना लगता है अब सपना ही रह जाएगा, क्योंकि इन बसों को चलाने का मामला एक बार फिर से अधर में लटक गया है। सितंबर 2013 में सिटी की सड़कों पर लाल रंग की लो फ्लोर एसी बसें चलनी थी। मॉडर्न फैसिलिटीज से युक्त इन लो फ्लोर बसों को चलाने की घोषणा रांची नगर निगम ने की थी।

पहले चरण में 70 बसें

जवाहरलाल नेहरू नेशनल अर्बन रिन्यूअल मिशन (जेएनयूआरएम) योजना के तहत सेंट्रल गवर्नमेंट ने रांची नगर निगम को सिटी में 100 सिटी बसें चलाने का फंड दिया है। इसके तहत पहले चरण में 70 सामन्य सिटी बसें चलनी थीं और दूसरे चरण में 30 लो फ्लोर बसें, जिसमें से 10 एसी और 20 नॉन एसी बसें चलाई जानी थी। पहले चरण में रांची नगर निगम सिटी में सामान्य सिटी बसों को चला रहा है दूसरे चरण के लो फ्लोर बसों के लिए टेंडर निकला था। उसमें अशोक लीलैंड ने क्वालिफाई कर लिया था। लोगों को उमीद थी कि जल्द ही सिटी में लो फ्लोर बसें चलने लगेंगी, लेकिन ये बसें चलने के पहले ही पंक्चर हो गई हैं।

नगर विकास विभाग में फंस गया है मामला

रांची नगर निगम ने लो फ्लोर बसों की खरीद के लिए अशोक लीलैंड कंपनी का टेंडर फाइनल किया था। बसों की खरीद से पहले झारांड नगर विकास विभाग को फाइल भेजी गई थी, लेकिन नगर विकास विभाग ने इस टेंडर में खामियां पाते हुए इसे कैंसिल कर दिया है। ऐसे में अब रांची नगर निगम को फिर से टेंडर की प्रक्रिया का शुरू करने को कहा गया है। नगर विकास विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रांची नगर निगम में लो फ्लोर बसों की खरीद के लिए सही प्रक्रिया का पालन नहीं किया था। टेंडर फाइलन करने से पहले नगर निगम से चर्चा नहीं की गई। ऐसे में इन बसों की खरीद के लिए नगर निगम राशि को रिलीज नहीं कर सकता। ऐसे में एक बार फिर से लो फ्लोर बसों को चलाने का मामला फंस गया है।

फिर से शुरू होगी प्रक्रिया

इधर रांची नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि एक बार फिर से रांची नगर निगम बसों की खरीद के लिए प्रक्रिया की शुरुआत करेगा। नए सिरे से इसके लिए टेंडर निकाला जाएगा, लेकिन कब तक यह जवाब उन लोगों के पास नहीं है।