रांची (ब्यूरो)। एडवांस वीवर्स ट्रेनिंग सेंटर व ई-कॉमर्स के उद्घाटन समारोह में जामताड़ा के विधायक डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि बुनकर समुदाय का अस्तित्व बचाने की जरूरत है। बुनकरों के वर्तमान हालात पर भी गंभीर चिंतन करने की आवश्यकता है। बुनकर समाज के लोग झारखंड में 17 प्रतिशत हैं। लेकिन पिछड़ापन का दंश झेलने को विवश हैं। समारोह को संबोधित करते हुए खिजरी के विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि भारतीय संस्कृति के संवाहक के रूप में बुनकरों की भूमिका काफी सराहनीय है। स्वतंत्रता आंदोलन में भी बुनकर समाज ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

हालात सुधारने की कोशिश

कार्यक्रम में दी छोटानागपुर रीजनल हैंडलूम विवर्स कोऑपरेटिव यूनियन के चेयरमैन अनवार अहमद अंसारी ने स्वागत भाषण के दौरान कहा कि बुनकरों की समस्याओं के प्रति सरकार को भी ध्यान देने की आवश्यकता है। बुनकरों के हालात में सुधार लाने की दिशा में संस्था की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन राज्य व केंद्र सरकार द्वारा भी बुनकरों के कल्याण के लिए योजनाएं बनाकर उनके उत्थान हेतु कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने यूनियन के संस्थापक स्वर्गीय अब्दुर रज्जाक अंसारी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस संस्था से 10 हजार बुनकरों का भविष्य जुड़ा हुआ है। इससे 72 कोऑपरेटिव सोसाइटी संबद्ध हैैं। ई-कॉमर्स के शुभारंभ से बुनकरों की दशा और दिशा में सुधार लाने का प्रयास शुरू किया गया है।

इनकी रही मौजूदगी

मौके पर निबंधक सहयोग समितियां (झारखंड सरकार) मृत्युंजय कुमार बरनवाल, यूनियन के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी लुईस टोप्पो, मेदांता अस्पताल के वरीय सलाहकार सईद अहमद अंसारी, सामाजिक कार्यकर्ता फिरोज अहमद अंसारी, नसीम अहमद अंसारी, हाजी इकबाल,आफताब आलम, जमील अख्तर,हाजी साबिर, शरीफ अंसारी, असलम अंसारी, नईम अंसारी, गुलाम रब्बानी, गुलरेज अंसारी, अताउल्ला अंसारी, नसीम अंसारी, मतिउर रहमान, इबरार अहमद, खलील अंसारी, अबुल अंसारी, परवेज अंसारी,जावेद अख्तर सहित काफी संख्या में बुनकर मौजूद थे।