रांची (ब्यूरो) : इस साल झारखंड के 8 मेडिकल कॉलेजों के करीब 755 सीटों पर छात्रों का एडमिशन होगा। इसमें नीट के स्कोर के आधार पर और स्टेट कोटा से भी छात्रों का एडमिशन होगा। सबसे अच्छी बात यह है कि इस साल तीन नए मेडिकल कॉलेज में भी दाखिला होगा, जिनमें झारखंड के छात्रों की संख्या अधिक होगी।

मिल गई है अनुमति

झारखंड में पलामू, हजारीबाग तथा दुमका में बने तीनों मेडिकल कालेजों में इस साल नामांकन होगा। नेशनल मेडिकल कमीशन से एमबीबीएस में नामांकन की अनुमति से संबंधित पत्र मिल गया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने सीटों की विवरणी के साथ काउंसिलिंग की अनुशंसा झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (जेसीईसीईबी) को भेज दी है। इन तीनों मेडिकल कालेजों में सौ-सौ सीटों पर नामांकन की अनुमति मिली है। इसमें 83-83 सीटों पर नामांकन रा'य कोटे के तहत जेसीईसीईबी के माध्यम से होगा। मान्यता नहीं मिलने के कारण पिछले साल इन तीनों मेडिकल कालेजों में नामांकन नहीं हो सका था। इस साल जमशेदपुर स्थित मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज में 25 सीटों के अलावा पलामू में लक्ष्मी चंद्रवंशी मेडिकल कॉलेज में भी 100 सीटों पर नामांकन होगा।

कोटा के आधार पर

मेडिकल कॉलेजों में विद्यार्थियों को उनके श्रेणी के आधार पर भी सीट का लाभ मिलता है। रा'य स्तरीय मेडिकल काउंसेलिंग सत्र में विद्यार्थी को उनके यूजी नीट के ऑल इंडिया रैंक और स्टेट मेरिट लिस्ट के आधार पर सीट चिह्नित किए जाते हैं। मेडिकल कॉलेजों में रा'य कोटा के अंतर्गत कोटिवार सीटों का बंटवारा किया गया है। इसके तहत जेनरल कोटा के विद्यार्थियों के लिए रा'य स्तर के 40 प्रतिशत सीटें सुनिश्चित की गई हैं। इसके अलावा इडब्ल्यूएस कोटा पर 10 फीसदी, एससी कोटा पर 10 प्रतिशत, एसटी कोटा पर 26 परसेंट, बीसी-1 पर 8 फीसदी और और बीसी-2 पर 6 प्रतिशत सीटें सुनिश्चित की जाती हैं।

काउंसेलिंग की प्रक्रिया

12वीं पास विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज में सीट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (जेसीइसीइबी) पूरी करती है। काउंसेलिंग सत्र में शामिल होने के लिए विद्यार्थियों से आवेदन की मांग की जाती है। प्राप्त आवेदन के आधार पर रा'यस्तरीय मेधा सूची तैयारी की जाती है। इसके आधार पर बाद काउंसेलिंग सत्र में विद्यार्थी शामिल होते हैं। इसमें प्रथम चरण की काउंसेलिंग के बाद द्वितीय और तृतीय चरण की काउंसेलिंग मेडिकल कॉलेजों में रिक्त सीटों के आधार पर की जाती है। तीन चरण के बाद भी सीटें शेष रहने पर मॉप-अप राउंड काउंसेलिंग, स्ट्रे वेकेंसी राउंड काउंसेलिंग से विद्यार्थियों को सीटें उपलब्ध कराई जाती हैैं। इन काउंसेलिंग सत्र के बाद भी अगर सीटें शेष रह गईं तो विद्यार्थियों को स्पेशल राउंड काउंसेलिंग के जरिए सीटें उपलब्ध कराई जाती हैैं।

इन कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटें

कॉलेज का नाम सीटें

रिम्स रांची 148

एमजीएम जमशेदपुर 83

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज, धनबाद 41

फूलो-झानों मेडिकल कॉलेज, दुमका 83

मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज, बारीडीह, जमशेदपुर 25

लक्ख्मी चंद्रवंशी मेडिकल कॉलेज, विश्रामपुर, पलामू 100

मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज, पलामू 83

शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज, हजारीबाग 83

(स्टेट कोटा की सीटें)

इन कॉलेजों में बीडीएस सीटें

कॉलेज का नाम स्टेट कोटा सीट

डेंटल इंस्टीट्यूट रिम्स, रांची 52

हजारीबाग कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस एंड हॉस्पिटल 85

वनांचल डेंटल कॉलेज, गढ़वा 85

अवध डेंटल कॉलेज, जमशेदपुर 85