MMS ने ली तीन की जान
रांची में एक साल में 20 लड़कियों ने सुसाइड कर लिया था। सुसाइड का कारण पढ़ाई और मेंटल टेंशन बताया गया, लेकिन जब पुलिस ने इन मामलों की जांच की, तो पाया कि इनमें से तीन लड़कियों ने एमएमएस बनाए जाने के कारण सुसाइड कर लिया था। सुसाइड करनेवाली इन तीन लड़कियों में अरगोड़ा थाना क्षेत्र की बैंक इम्प्लॉई कामिनी (बदला हुआ नाम), डोरंडा एरिया की पिंकी (बदला हुआ नाम) और लालपुर थाना क्षेत्र की रिया गुप्ता (बदला हुआ नाम) शामिल थीं। इन्वेस्टिगेशन में पुलिस को यह पता चला था कि तीनों लड़कियों का अश्लील एमएमएस बनाया गया था, जिसके कारण इन लड़कियों ने अपनी जान दे दी। बैंक इम्प्लॉई कामिनी का ब्वॉयफ्रेंड पेशे से आईटी इंजीनियर था। उसने कामिनी का अश्लील एमएमएस बनाकर इंटरनेट पर डाल दिया। यह जानने के बाद बदनामी के डर से कामिनी ने सुसाइड कर लिया। वहीं, पिंकी और रिया के साथ भी ऐसे ही मामले सामने आए थे। हालांकि, इन मामलों को दबा दिया गया।

Park में ही बना डालते हैं MMS
इन दिनों कपल्स जब पार्क में घूमने के लिए जाते हैं, तो ब्वॉयफ्रेंड धोखे से अपनी गर्लफ्रेंड  का अश्लील एमएमएस बना लेता है। एमएमएस बनाकर लड़कियों को ब्लैकमेल किया जाता है। अश्लील एमएमएस बनाकर इंटरनेट पर अपलोड करने के मामले में रांची पुलिस ने हजारीबाग से मास्टर माइंड को अरेस्ट किया था, जो अभी तक रांची के बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद है।

हो चुका है हंगामा
कुछ दिनों पहले सेंट जेवियर्स कॉलेज के पास प्रिया (बदला हुआ नाम) नामक एक स्टूडेंट का एक युवक ने फ्रेंडशिप की आड़ में एमएमएस बना लिया था। एमएमएस बनाने के बाद युवक ने प्रिया को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। इस घटना से परेशान प्रिया ने उस युवक को मिलने के लिए कॉलेज गेट के पास बुलाया। वह युवक उससे मिलने वहां पहुंचा। प्रिया ने उसका मोबाइल देखा, तो वह चौंक गई। उसमें उसका एमएमएस बनाया गया था। प्रिया ने आव देखा  न  ताव, वह उस युवक पर बरस पड़ी। सड़क पर हंगामा होते देख वहां भीड़ जुट गई और उस युवक की जमकर धुनाई हुई थी।

जब मामला बिगड़ जाता है तो
पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि पहले तो प्यार के चक्कर में कुछ लड़कियां गार्जियंस से छिपकर फोटो व वीडियो शूट करवाती हैं। जब थोड़ी सी तकरार होती है, तो ब्वॉयफ्रेंड उसे ब्लैकमेल करने लगता है। तब लड़की को अपनी गलती का अहसास होता है, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी होती है। जब लड़कियां ज्यादा परेशान होने लगती हैं तो कम्प्लेंट दर्ज कराती हैं। ऐसे मामले से पुलिस भी परेशान रहती है। उन्हें यह समझ में नहीं आता है कि वे क्या करें और क्या नहीं। क्योंकि ज्यादातर एमएमएस में लड़कियों की गलती   ज्यादा रहती है। पुलिस के अनुसार यह ऐसा मामला नहीं है, जिसमें पुलिस सीधे तौर पर इंटरफेयर करे। जब मामला बिगड़ जाता है, तब लड़कियां या उनके घरवाले  पुलिस के पास आते हैं। पुलिस का मानना है कि पैरेंट्स इन मामलों पर रोक लगाने में ज्यादा सक्षम हैं। वहीं, न्यूरोसाइकियाट्रिस्ट पवन कुमार बर्णवाल कहते हैं कि एमएमएस बनानेवाले युवक कई तरह के मेंटल डिजॉर्डर्स के शिकार होते हैं। उनके मन में यह शंका रहती है कि उनकी गर्लफ्रेंड धोखा न दे दे। इसलिए, वे अपनी ही गर्लफ्रेंड का एमएमएस बना डालते हैं। जबकि कुछ ये काम सिर्फ पैसे कमाने के लिए करते हैं।