लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी से होकर गुजरने वाली इंदिरा नहर का इस्तेमाल अपराधी सालों से डेड बॉडी 'डंप' करने के लिए करते रहे हैं। ऐसे अधिकतर केसों में पुलिस शवों की पहचान ही नहीं कर पाती है। इन शवों की पहचान को लेकर पुलिस की जांच सिर्फ वाट्सएप गु्रपों पर फोटो शेयर करने और गुमशुदगी की रिपोर्ट्स खंगालने तक ही सीमित रहती है और हत्यारे पकड़ से दूर रहते हैं

मछली के जाल में फंसा बक्सा

14 अक्टूबर 2023 का दिन था। गोसाईगंज के भटवारा में इंदिरा नहर में राम रतन कश्यप नाम का एक शख्स जाल बिछाकर मछली पकड़ रहा था। तभी जाल में एक बक्सा फंस गया, उसे लगा बक्से में कोई महंगी वस्तु होगी। जब उसने बक्सा खोला तो उसके पांव तले जमीन खिसक गई। बक्से के अंदर एक महिला की सड़ी गली लाश थी। उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। यह देख राम रतन डर गया और आसपास से गुजर रहे लोगों को पास बुलाकर घटना के बारे में जानकारी दी। मामला पुलिस के पास पहुंचा। थाने से टीम पड़ताल में जुट गई। महिला की उम्र 40 वर्ष के करीब थी।

दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

पुलिस को शक हुआ कि महिला के साथ दुष्कर्म या फिर मारपीट की गई है। पुलिस ने गुत्थी सुलझाने के लिए टीम गठित की। जिसमें एक टीम नहर के अंतर्गत आने वाले थाने बीबीडी, नगराम, चिनहट, गोसाईगंज में दर्ज गुमशुदगी रिपोर्ट को खंगालने के लिए लगाई गई। जबकि दूसरी टीम को इंदिरा नहर के आसपास बसे लोगों से पूछताछ करने के लिए लगाया गया। वहीं, एक अन्य टीम दूसरे जिलों में दर्ज गुमशुदगी का रिकार्ड खंगालने के लिए लगाई गई।

10 दिन पहले हुई थी हत्या

फॉरेंसिक जांच में सामने आया था कि महिला की लाश तकरीबन 10 दिन पुराना थी। पुलिस का मानना था कि महिला की हत्या कर शव को इंदिरा नहर में फेंक दिया गया था। शव की शिनाख्त के लिए आसपास के थानों के अलावा जिलों में भी सूचना दी गई है। इसके अलावा नहर से लगते गांव और आसपास के इलाकों में भी पुलिस ने लंबी पूछताछ की। थानों में दर्ज गुमशुदगी केसों का रिकार्ड खंगाला गया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद टीम ने वाट्सएप गु्रप समेत सभी सोशल मीडिया अकाउंट पर फोटो शेयर इसकी पहचान कराने की कोशिश की गई, लेकिन पुलिस को अबतक केस में ऐसा कोई क्लू ही नहीं मिला, जिससे पुलिस आरोपियों तक पहुंच सके।

इन-इन पहलुओं पर जांच

- केस को सॉल्व करने के लिए चार टीमें लगाई गईं।

- फोटो पहचान के लिए वाट्सएप गु्रपों की मदद ली गई।

- सभी थानों में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्ट्स खंगाली गईं।

- नहर के आसपास बसे लोगों से पूछताछ की गई।

- दंपती के लड़ाई झगड़े के फाइलों को खोला गया।

- थानों में दर्ज दुष्कर्म के केसों की हिस्ट्री की जांच की गई।

- सर्विलांस टीम की मदद ली गई।

इनका भी यही रहा हाल

केस-1

अप्रैल 2023 को बीबीडी थाना क्षेत्र में इंदिरा नहर से एक युवक और युवती की लाश मिली। दोनों का शव आपस में बंधा हुआ था। यहां से गुजर रहे व्यक्ति ने दोनों लाश को देखा मामला पुलिस के पास पहुंचा, घटनास्थल पर विभूतिखंड एसीपी अभय प्रताप मल्ल और बीबीडी थाने से इंस्पेक्टर पहुुंचे। पुलिस के सामने इन युवक युवतियों की पहचान कर केस को सुलझाने की बड़ी चुनौती थी। दोनों की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच थी। पुलिस को शक था कि यह दोनों लाश अन्य किसी जिले से बहकर आई है। इसके बाद पुलिस आसपास जिलों के थानों में गुमशुदगी के रिपोर्ट को खंगाला, लेकिन यहां भी पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिली।

केस-2

अक्टूबर 2023 को गोसाईगंज के सिठौली पुल के पास इंदिरा नहर से महिला का शव बरामद हुआ। स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने पुलिस को सूचना दी। महिला की उम्र तकरीबन 30 वर्ष के आसपास थी। शव पूरी तरह से सड़ चुका था। गांव समेत आसपास के लोगों से पहचान करवाई गई, लेकिन चेहरा खराब होने के चलते उसकी पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और गुमशुदगी के रिकार्ड खंगाले गए, लेकिन यहां से पुलिस को कोई ऐसा क्लू नहीं मिला, जिससे महिला की पहचान हो सके।

इनका भी शव नहर में मिला

- अप्रैल 2023 को नगराम के इंदिरा नहर में एक 55 वर्षीय व्यक्ति का शव मिला।

- अगस्त 2023 को चिनहट थाना क्षेत्र में इंदिरा नहर से 32 वर्षीय व्यक्ति का शव मिला।

- दिसंबर 2022 को गोसाईगंज इंदिरा नहर में छह दिन से लापता मनीष का शव मिला था।

- फरवरी 2013 को नगराम के पटवाखेड़ा के पास इंदिरा नहर में लापता का युवक का शव मिला।