रांची (ब्यूरो): झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) एक बार फिर से बिजली कनेक्शन काटने का काम शुरू करेगा। जेबीवीएनएल यह अभियान 21 नवंबर से शुरू करेगा। इसके लिए रांची एरिया बोर्ड जीएम पीके श्रीवास्तव ने रांची एवं गुमला सर्किल के सभी इंजीनियरों को पत्र लिखा है।

जीएम ने दिया निर्देश

जीएम ने अपने पत्र में कहा है कि वैसे बिजली उपभोक्ता जिनपर 10 हजार रुपए या उससे अधिक का बिजली बिल बकाया है, वे बिजली जमा कराएं। उन्होंने अपने इंजीनियरों को राजस्व बढ़ाने का निर्देश दिया है। बकाया वसूली के लिए रांची, खूंटी, गुमला, लोहरदगा और सिमडेगा जिले के लिए टीम की तैनाती कर दी गई है। प्रत्येक टीम को कम से कम प्रतिदिन 25 बकाएदारों के यहां जाकर बिजली बिल जमा करने का अनुरोध करना है। अगर वे इसके बाद भी बिजली बिल जमा नहीं कराते हैं तो उनका कनेक्शन काटने का निर्देश दिया है।

ऑन द स्पॉट बिल

रांची के 50 हजार बिजली उपभोक्ताओं पर 50 करोड़ रुपए बकाया है। बकाया वसूली के लिए झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने 10 प्रमंडलों में बकाया बिल वसूली के लिए 90 वसूली टीम तैयार किया है। टीम क्षेत्रवार उपभोक्ताओं को ऑन स्पॉट बिजली बिल भी देगी। वसूली गैंग में कनीय विद्युत अभियंता, वरीय फील्ड कर्मी के अलावा ऊर्जा मित्र भी रहेंगे। इन्हें निर्देश है कि कोई उपभोक्ता बिजली बिल नहीं मिलने की शिकायत करता है तो टीम उसे ऑन द स्पॉट बिल उपलब्ध कराएगी।

1500 उपभोक्ताओं से संपर्क

रांची और गुमला अंचल में 50 हजार से अधिक उपभोक्ता ऐसे हैं जिन पर 10 हजार रुपए से अधिक का बिजली बिल बकाया है। राजस्व वसूली टीम द्वारा इनसे बकाया बिल वसूली का पहले अनुरोध किया जाएगा। बकाएदार चाहे तो किश्तों में भी बिल जमा करा सकता है। राजस्व वसूली के तहत टीम के सदस्य रोज 1500 उपभोक्ताओं से संपर्क करेंगे।

राजस्व वसूली का है लक्ष्य

जेबीवीएनएल की ओर से उपभोक्ताओं से 85 करोड़ रुपए राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा है। इसमें डोरंडा प्रमंडल से 13 करोड़, कोकर से 18 करोड़, न्यू कैपिटल से 10 करोड़ रांची सेंट्रल से 11 करोड़, रांची पूर्वी से 11 करोड़, रांची पश्चिमी से 13 करोड़, खूंटी से 2 करोड़, गुमला से 2.5 करोड़ सिमडेगा से 1.5 करोड़ रुपए और लोहरदगा से 2.5 करोड़ रुपए बिजली बिल वसूली का लक्ष्य रखा गया है।