रांची (ब्यूरो) । आजकल प्रेशर में आकर बच्चे जिस तरह का डिसीजन ले रहे हैं, उससे बच्चे अपना नुकसान तो कर ही रहे हैं पेरेंट्स का भी नुकसान कर रहे हैं। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की ओर से सिटी के स्कूलों के बच्चों के बीच फेक फ्रे ंड्स को लेकर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया जा रहा है, जिसमें बच्चों को रियल और रीेल फ्रें ड्स के बारे में बताया जा रहा है। उनको बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया के प्लैटफ ार्म का उपयोग कैसे और कितनी देर तक करना है। कैसे लोगों के साथ सोशल मीडिया पर फ्रेंडशिप करनी है। इसे लेकर एक्सपर्ट के रूप में सीआईपी के डॉक्टर डॉक्टर अभिजीत कुमार सिंह, डॉक्टर अनुज कुमार, करियर काउंसलर कृष्णा स्नेह ने बच्चों को सोशल मीडिया के एडिक्शन के बारे में बताया। यह प्रोग्राम गुरु नानक स्कूल में आयोजित किया गया।
टाइम तय करके करें इस्तेमाल
सीआईपी के साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर अभिजीत कुमार सिंह ने बच्चों को बताया कि मोबाइल का इस्तेमाल जरूरी है। क्योंकि बिना मोबाइल के इस्तेमाल के आप पढ़ाई नहीं कर सकते हैं, लेकिन इसका पॉजिटिव इस्तेमाल किया जाए। इसके लिए जरूरी है कि टाइम तय करके मोबाइल का इस्तेमाल करें। कितनी देर मोबाइल का इस्तेमाल करना है, यह तय करना होगा। अधिक मोबाइल का इस्तेमाल करने से आपका शारीरिक, मानसिक और सामाजिक तीनों क्षेत्र पर बुरा प्रभाव पड़ता है। लगातार मोबाइल देखने से कंसंट्रेशन भंग होता है। लो कॉन्फि डेंस हो जाता है। नींद की बीमारी होने लगती है। जिससे बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ता है। इसलिए लगातार 30 मिनट से अधिक मोबाइल न देखें। लगातार मोबाइल देखने के बाद उसे थोड़ी देर के लिए बंद कर दें। जब जरूरत हो उस समय इस्तेमाल करें। मोबाइल पर वैसे कंटेंट देखें, जिससे आपकी नॉलेज बढ़े। एंटरटेनमेंट के लिए मोबाइल का इस्तेमाल न करें।
अधिक प्रेशर लेने की जरूरत नहीं
डॉ अनुज कुमार ने कहा कि बच्चों को अपने जीवन में बहुत अधिक प्रेशर लेने की जरूरत नहीं है। बच्चों की जिंदगी बहुत महत्वपूर्ण है। जब बच्चे स्वस्थ रहेंगे तब वह अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं। इसलिए पढ़ाई का भी बहुत प्रेशर लेने की जरूरत नहीं है। जीवन में सिर्फ पढ़ाई ही एक चीज नहीं है, जिससे जीवन जीया जा सकता है। हाल के दिनों मे बच्चे अधिक प्रेशर लेने के कारण अपनी जान तक गवां दे रहे हैं। इससे पेरेंट्स भी बहुत परेशान हो जाते हैं। बहुत अधिक प्रेशर लेने की जरूरत नहीं है, जीवन को आसान तरीके से जीना चाहिए। मोबाइल पर बेहतर कंटेंट देखें, जिससे पॉजिटिव एनर्जी मिलती है। एंटरटेनमेंट के लिए मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करें। जितना कम से कम हो सके उतना ही मोबाइल का इस्तेमाल करें।
सोशल मीडिया से सिर्फ नुकसान
करियर काउंसलर कृष्णा स्नेह ने बच्चों को बताया कि आजकल सोशल मीडिया से सिर्फ बच्चों को नुकसान हो रहा है। वह सोशल मीडिया पर एंटरटेनमेंट की चीज देखते हैं। उनके सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके दूसरे लोग पैसा कमा रहे हैं और यह अपना समय और पढ़ाई दोनों बर्बाद कर रहे हैं। इसलिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल पढ़ाई के लिए करें, एंटरटेनमेंट के लिए आपके पास जिंदगी पड़ी हुई है। बहुत अधिक मोबाइल देखने के कारण कंसंट्रेशन नहीं हो पाता है और पढ़ाई भी नहीं हो पाती है। इसलिए बच्चों को सोशल मीडिया का इस्तेमाल कम करना चाहिए, रियल दोस्त बनाने चाहिए जिनको आप जानते हैं। फेक फ्रेंड्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए।


इस तरह के प्रोग्राम का आयोजन होने से हम लोगों को बहुत कुछ नया सीखने को मिलता है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल कैसे करना है। इसके बारे में जानकारी मिलती है जो बताया गया है उसको फ ॉलो जरूर करेंगे।
शरिया मिजा

आजकल मोबाइल का इस्तेमाल बहुत अधिक करते हैं, जिसके कारण आंख में भी दर्द होता है। एक्सपर्ट द्वारा बताया गया कि मोबाइल का इस्तेमाल कुछ देर के लिए करना चाहिए, उसके बाद थोड़ा गैप देने के बाद भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
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