रांची(ब्यूरो)। जैसे-जैसे सिटी का पारा चढ़ रहा है, वैसे वैसे राजधानी रांची में मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। राजधानी रांची को स्मार्ट सिटी की श्रेणी में रखा जाता है। लेकिन सिटी की जनता को मच्छरों से निजात दिलाना भी नगर निगम के लिए चुनौती साबित हो रहा है। बीते करीब एक साल से नगर निगम क्षेत्र में कोई जनप्रतिनिधि नहीं है। निकाय चुनाव नहीं होने के कारण वार्ड का काउंसलर का चयन नहीं हो सका है, जिससे इलाके के कई काम लटक रहे हैं। इसमें एक फॉगिंग भी शामिल है। बीते कई महीने से राजधानी में फॉगिंग कराई ही नहीं गई। गर्मी के मौसम में मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है। गर्मी के शुरुआत में ही नगर निगम की ओर से इससे बचाव के लिए छिड़काव किए जाते हैं, लेकिन इस बार ऐसा कुछ अबतक नहीं हुआ है। अब लोग भी इसकी शिकायत करने लगे हैं। निवर्तमान पार्षद अरुण कुमार झा ने बताया कि हरमू इलाके में मच्छरों का प्रकोप काफी ज्यादा बढ़ गया है। आलम यह है कि लोगों को दिन में ही मच्छरदानी लगानी पड़ रही है।
फॉगिंग मशीन देखे हुए महीनों
मुहल्लों और कॉलोनियों में कहीं फॉगिंग नहीं हो रही है। हालांकि वीवीआईपी इलाकों में दवा का छिड़काव बंद नहीं हुआ है। शिकायत से पहले ही वीवीआईपी इलाकों में दवा का छिड़काव करा दिया जाता है। फॉगिंग मशीन फिलहाल स्टोर की शोभा बढ़ा रही है। कॉलोनी और सोसायटी के लोगों का कहना है कि फॉगिंग मशीन देखे कई महीने गुजर गए। कालोनियों और गलियों की हालत ज्यादा खराब है। जहां-तहां फैले कचरे मच्छरों की संख्या बढ़ा रहे हैं। बगैर बारिश के भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। कई इलाकों में तो नालियों का बुरा हाल है। सफाई नहीं होने से नालियां ओवरफ्लो हो रही हैं। राजधानी के गली-गली में मच्छरों के पनपने का पूरा इंतजाम है।
पर्याप्त मशीन नहीं, जो हैं वो भी शोपीस
जानकारी के मुताबिक, मच्छरों से रोकथाम के लिए निगम के पास 11 फॉगिंग मशीन हैं। इनमें 9 कोल्ड फॉगिंग और 2 थर्मल फॉगिंग मशीन हैं। इन्हीं मशीनों से पूरे 53 वार्ड में काम चलाया जा रहा है। सिर्फ नौ मशीन से पूरे निगम क्षेत्र में दवा का छिड़काव करना असंभव है। इन नौ मशीन में दो से तीन मशीन अक्सर खराब ही रहती हैं। ऐसे में हर इलाके में फॉगिंग नहीं हो पा रही है। निगम कर्मियों का कहना है कि एक वार्ड में ही फॉगिंग करने में पूरा दिन निकल जाता है। नगर निगम के पास जरूरत के हिसाब से पर्याप्त फॉगिंग मशीन नहीं है। शहर में मच्छरों की रोकथाम के लिए निगम को और फॉगिंग मशीन की जरूरत है, जो मशीन है वह भी नगर निगम के स्टोर में शोपीस बनी हुई हैं।
लोगों ने की शिकायत
फॉगिंग नहीं होने पर घर में रहना मुश्किल हो गया है। शाम से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। मच्छर भगाने की दवा भी कोई असर नहीं कर रही है।
-अमित

बहुत बुरा हाल है। घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं। हर वक्त बीमारी का डर लगा रहता है। मच्छरों के प्रकोप के कारण दिन में भी बच्चों को मच्छरदारी में ही रखते हैं।
-संतोष

यह तो सही है कि पहले से मच्छरों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसकी वजह गर्मी के साथ-साथ गंदगी भी है। दवा का छिड़काव होने से राहत मिलेगी।
-रंजीत


हरमू कॉलोनी और आसपास के इलाकों में मच्छरों का भारी प्रकोप होने के कारण लोगों का जीना दुर्लभ हो गया है। शाम होते ही लोग मच्छर से परेशान होने लगते हैं। आलम यह है कि दिन में भी मच्छरदानी लगाकर लोगो को रहना पड़ रहा है। नगर निगम को बड़ा अभियान चलाकर लोगों को राहत देना चाहिए।
-अरुण कुमार झा, निवर्तमान पार्षद, वार्ड 26


फॉगिंग के लिए वार्ड वाइज रोस्टर तैयार किया गया है। इसका पालन भी कराया जा रहा है। कहीं भी कोई समस्या होती है तो हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
-ज्योति कुमार, एएमसी, रांची