रांची (ब्यूरो)। एमटीएस के निर्माण में करीब एक करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। मोरहाबादी, कांटाटोली, कर्बला चौक समेत अन्य स्थानों में एमटीएस बनाया गया था। एक एमटीएस मेें पांच वार्ड का कचरा डंप किया जाता था। अब एमटीएस में कचरा डंप न होकर गली-मुहल्लों के खाली पड़े स्थानों में कचरा जमा हो रहा है। हिनू में पडऩे वाले वार्ड-49 में कचरा एजी कॉलोनी के पास डंप हो रहा है। यहां रोजाना इस इलाके से उठने वाला कचरा लाकर डंप कर दिया जाता है। कचरा यहां दो से तीन दिनों तक डंप रहता है। इसके बाद निगम का ट्रैक्टर उठाकर कचरा झिरी डंप करने ले जाता है। वहीं डोरंडा बांग्ला स्कूल की चहारदीवारी पर कूड़ा जमा हो रहा है। इसी तरह अलग-अलग इलाकों में कचरा डंप किया जा रहा है।

मोरहाबादी एमटीएस बना गैराज

मोरहाबादी में बना एमटीएस अब गैराज बन चुका है। हालांकि यहां बाहरी नहीं नगर निगम की ही गाड़ी की रिपेयरिंग होती है। इसके अलावा इस एमटीएस में नगर निगम की कबाड़ गाडिय़ों को रखा गया है। एस्सेल इंफ्रा कंपनी के वक्त कचरा उठाने के लिए जिन गाडिय़ों का इस्तेमाल किया जाता था वो इस वक्त यूजलेस हो चुकी हैं। जबकि थोड़ी सी रिपेयरिंग और मेनटेनेंस के बाद इन गाडिय़ों को चलने लायक बनाया जा सकता है। लेकिन नगर निगम की इच्छाशक्ति में कमी के कारण संसाधन बर्बाद हो रहा है और निगम के अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं।

कर्बला एमटीएस में लटका ताला

कर्बला चौक एमटीएस में ताला लटका हुआ है। इस कारण इस क्षेत्र से उठने वाला कचरा कर्बला चौक के आसपास के मोहल्लों में जमा हो रहा है। जहां तहां कचरा पसरा देख यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि नगर निगम का कचरा मैनेजमेंट सिस्टम फेल हो चुका है। पहले घरों व मोहल्लों से कचरा कलेक्ट कर एमटीएस ले जाया जाता था, जहां से फिर उसे डंपर में भर कर झिरी में गिराया जाता था। लेकिन एमटीएस के बंद होने से अब सड़क पर कचरा डंप हो रहा है।

खेलगांव, सुखदेव नगर एमटीएस का भी बुरा हाल

खेलगांव एमटीएस और सुखदेव नगर थाना के समीप बने एमटीएस का भी बुरा हाल है। सुखदेव नगर थाना के समीप बने एमटीएस में जानवरों ने अपना घर बना लिया है। आस-पास के रहने वाले लोग अपना कपड़ा सुखाते हैं। यहां भी नियमित रूप से कचरा उठकर नहीं पहुंच रहा। निगम के वाहन घरों से कचरा उठाने के बाद एमटीएस न लाकर उसे मोहल्लों में जमा कर रहे हैं। जहां कचरा का अंबार लगने के बाद ट्रैक्टर में भरकर झिरी भेजा जाता है।

धुर्वा व हटिया एमटीएस में भी ताला

धुर्वा जेएससीए स्टेडियम के पास और हटिया चांदनी चौक एमटीएस में ताला लगा हुआ है। दोनों एमटीएस के क्षेत्र में 10 से अधिक वार्ड आते हैं। एमटीएस बंद होने के कारण इन वार्डों का कचरा भी निगम वार्डों में छोटे-छोटे डंपिंग यार्ड बनाकर वहां डंप कर रहा है। कई दिनों तक कचरा डंप होने के बाद निगम उसका उठाव करता है, जिससे आस-पास की स्थिति खराब रहती है।

कंपनी गई, बंद हुए एमटीएस

मिनी कचरा ट्रांसफर स्टेशन का संचालन एस्सेल इंफ्रा कंपनी करती थी, लेकिन कंपनी के हटाए जाने के बाद निगम ने 10 एमटीएस को अपने कब्जे में ले लिया। संसाधन की कमी के कारण नगर निगम सभी एमटीएस को संचालित नहीं कर पा रहा है। एस्सेल इंफ्रा के हटने के बाद निगम ने कंपनी को दिए सारे वाहनों को जब्त कर लिया। जब्त किए गए वाहनों में अधिकतर जर्जर स्थिति में थे। हालांकि शहर की सफाई व्यवस्था संभालने के लिए नगर निगम ने सीडीसी और जोंटा को कार्य सौंपा है। लेकिन इन कंपनियों द्वारा एमटीएस का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा।