रांची(ब्यूरो)। राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल में जल्द ही पार्किंग सुविधा बहाल की जाएगी। रिम्स कैंपस में जहां-तहां गाड़ी खड़ी करने से यहां आने वाले लोगों को निजात मिलेगी। साथ ही हॉस्पिटल के डॉक्टर, यहां के कर्मचारी समेत सभी मेडिकल स्टाफ के लिए पार्किंग की समस्या भी दूर होगी। इसके लिए रिम्स के पीछे निर्मित मल्टी स्टोरी पार्किंग बिल्डिंग का इस्तेमाल किया जाएगा। मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण वाहनों के पड़ाव के लिए ही किया गया था। लेकिन किसी न किसी कारण से इसका सही इस्तेमाल नहीं किया जा सका। अब रिम्स के डायरेक्टर राजीव गुप्ता ने मल्टी स्टोरी पार्किंग बिल्डिंग के संचालन का निर्णय लिया है।

डॉक्टर-स्टाफ्स के लिए फ्री

रिम्स के हॉस्टल और एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग के बाहर अक्सर दो पहिया वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है, जिस वजह से यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को परेशानी होती है। वहीं, डॉक्टर से लेकर हॉस्टल में पढ़ रहे विद्यार्थियों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए पार्किंग व्यवस्था बहाल करने का निर्णय लिया गया है। रिम्स के डॉक्टर और यहां के स्टाफ के लिए पार्किंग की फ्री सुविधा होगी। डॉक्टर और मेडिकल को पार्किंग पास जारी किया जाएगा, जिसे दिखाकर वे फ्री पार्किंग का फायदा उठा सकेंगे। टू व्हीलर और फोर व्हीलर के लिए रिम्स प्रबंधन की ओर से पास जारी होगा। वहीं आम लोगों के लिए यह व्यवस्था नहीं होगी। अन्य सभी प्राइवेट व्हीकल ओनर से पार्किंग शुल्क लिया जाएगा।

हॉस्पिटल के बाहर कतार

रिम्स के बाहर गाडिय़ों का रेला लगा रहता है। पुराने इमरजेंसी से लेकर रिम्स के सामने वाले ग्राउंड, रैन बसेरा के समीप, बैंक की ओर एवं डायरेक्टर ऑफिस में सिर्फ गाडिय़ों की कतार नजर आती है। पार्किंग को लेकर कई बार रिम्स के सुरक्षा कर्मी और आम लोगों के बीच बहस और नोकझोंक भी हो जाती है। जहां-तहां गाड़ी के खड़े रहने से मरीजों को भी इससे परेशानी होती है। रिम्स के एडमिनिस्ट्रेशन बिल्डिंग से लेकर एकेडमिक बिल्डिंग और हॉस्टल के आसपास भी गाडिय़ों का जमावड़ा रहता है। रिम्स में काम न होने पर भी कुछ लोग बेवजह वाहन पार्क कर अपने काम से चले जाते हैं। अब नई व्यवस्था के बाद जिन गाडिय़ों में पास नहीं लगा होगा, उन्हें निषेध क्षेत्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पास के लिए एजेंसियों को ऑर्डर दे दिया गया है।

पार्किंग से हॉस्पिटल तक हायर होंगी दो गाडी

डॉक्टर व नर्सों को मल्टी स्टोरी बिल्डिंग से हॉस्पिटल तक आने जाने के लिए दो गाड़ी हायर की जाएंगी, ताकि डॉक्टरों को पार्किंग से अस्पताल जाने में कोई परेशानी न हो। यानी, अब आपको रिम्स परिसर में कहीं भी इधर-उधर यूहीं गाड़ी पार्क होते हुए नहीं दिखेगी। नियम लागू होने के बाद यदि कोई जहां-तहां गाड़ी खड़ी करता है तो उनपर फाइन किया जाएगा। साथ ही गाड़ी भी जब्त की जाएगी। पार्किंग शुल्क फिलहाल तय नहीं किया गया है। गौरतलब हो कि रिम्स में बनी मल्टी स्टोरी पार्किंग राजधानी की पहला मल्टी स्टोरी पार्किंग है। इसे तैयार करने में करीब 14 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इसे बने पांच साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। लेकिन कभी इस बिल्डिंग का इस्तेमाल पार्किंग के लिए नहीं किया गया। चार मंजिली मल्टीलेवल पार्किंग में करीब 350 कार एक साथ खड़ी होने की सुविधा है। यह पहली पार्किंग है, जहां बिना किसी समस्या के तीन मंजिल ऊपर तक वाहन ले जाया जा सकता है।

वाहन चोरी पर लगेगी लगाम

अक्सर रिम्स में वाहन चोरी की शिकायत आती रहती है। कई बार यहां से टू व्हीलर की चोरी हो चुकी है। लोग अपने मरीज का इलाज कराने या उससे मिलने रिम्स आते हैं। लेकिन व्यवस्था नहीं होने के कारण जहां-तहां गाड़ी खड़ी कर अंदर चले जाते हैं। बाहर आने पर पता चलता है कि उनकी गाड़ी चोरी हो चुकी है। रिम्स मेें पुलिस मौजूद रहती है, लेकिन वह भी सिर्फ रिम्स में बने थाने में ही बैठी रहती है। सुरक्षा कर्मियों को भी हटा दिया गया है। हालांकि, पार्किंग का जिम्मा लोकल लड़कों को दिया गया है। लेकिन आम पब्लिक पार्किंग शुल्क बचाने के लिए इधर-उधर गाड़ी पार्क कर देती है। अब ऐसी तस्वीर नजर नहीं आएगी। पार्किंग में गाड़ी लगाने से रिम्स परिसर में स्पेस भी ज्यादा होगा।

मल्टी लेवल पार्किग का संचालन शुरू कराने का निर्णय लिया गया है। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ्स के लिए पास जारी किए जाएंगे। पार्किंग में ही लोगों की गाड़ी खड़ी होगी।

-राजीव कुमार गुप्ता, डायरेक्टर, रिम्स