RANCHI: क्भ् साल की मशक्कत के बाद झारखंड का नक्शा बिहार से रांची आ तो गया है, लेकिन, इसकी मूल कॉपी जिला बंदोबस्त कार्यालय में बंद रखे जाने के कारण इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। अंग्रेजों के जमाने से राज्य की जमीन के 97 हजार नक्शा का मैप पिछले साल ही नवंबर में लाया गया। लेकिन, न इस नक्शा की देखभाल करने वाला कोई है और न ही इसे आम लोगों को उपलब्ध कराने वाला कोई है। आए दिन लोग नक्शा के लिए जिला बंदोबस्त कार्यालय तो पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां उन्हें निराशा के अलावा कुछ हासिल नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं, नक्शा हासिल करने का क्या प्रॉसेस है, यह न लोगों को मालूम है और न कोई बताने वाला है। गौरतलब हो कि पटना से आए इन मूल नक्शों को साल क्89भ्-क्908 में ब्रिटिश सरकार ने तैयार किया था। क्00 साल से भी अधिक पुराने ये नक्शे काफ महत्वपूर्ण हैं। क्या है प्रॉसेस, पता नहीं जमीन के नक्शा का मूल कॉपी लेने के लिए लोग जिला बंदोबस्त कार्यालय तक पहुंच तो जा रहे हैं लेकिन उनको पूरा सिस्टम पता नहीं है। आधी-अधूरी जानकारी के कारण लोगों को नक्शा नहीं मिल पा रहा है। नक्शा निकालने का क्या प्रॉसेस है वह बताने के लिए वहां कोई नही है। नहीं है सुरक्षा की व्यवस्था बंदोबस्त कार्यालय के दो बड़े हॉल में नक्शा को लाकर रखा गया है। अभी इनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी यहां के कर्मचारियों पर ही है। लेकिन, अगर कोई बाहरी व्यक्ति ऊपरी तल्ले पर भी घूमता नजर आए, तो उन्हें कोई रोकने-टोकनेवाला नहीं है। हालांकि, इस संबंध में बंदोबस्त कार्यालय की ओर से राज्य सरकार को पूरी जानकारी दे दी गई है और नक्शों को कैसे रखना है, लोगों को कब से नक्शा उपलब्ध कराना है। इसके बारे में दिशा-निर्देश मांगा गया है। लेकिन सरकार की ओर से इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश अब तक जारी नहीं हुआ है। 97 हजार नक्शा बिहार से आया बताया गया कि अब तक 97,ख्भ्ब् नक्शा बिहार ने उपलब्ध कराया है। इनमें भ्क्,899 पैडस्टल सर्वे व फ्ब्,फ्भ्म् रिविजनल नक्शे शामिल हैं। ये सारे नक्शे वर्ष क्907-09 के हैं। सारा नक्शा तीन चरणों में रांची लाया गया है। पहले चरण में फ्क्,क्87 नक्शा लाया गया। दूसरे चरण में ब्ब्,0म्7 व तीसरे चरण में क्क्,000 नक्शा रांची लाया गया। .बॉक्स। ऐसे मिलेगी नक्शा की कॉपी जिला बंदोबस्त पदाधिकारी पीके मंडल ने बताया कि किसी व्यक्ति को नक्शा लेना है, तो उसे प्रति नक्शा दो ख्00 रुपए चुकाने होंगे। यह दर सरकार ने तय की है। इस संबंध में ख्8 अक्टूबर ख्0क्ब् को वित्त विभाग द्वारा संकल्प जारी किया गया था। नक्शा लेने के लिए एक आवेदन देना होता है, जिसका फॉर्मेट बंदोबस्त कार्यालय द्वारा जारी किया गया है। इसमें दो तरह के ऑप्शन दिये गए हैं, ग्रामीण व नगरपालिका क्षेत्र के आवेदन के लिए एक ही फ ॉरमेट है। इसमें किस गांव का नक्शा लेना है, उसका जिला, राजस्व थाना, अंचल मौजा, नक्शा के प्रकार आदि की जानकारी देनी होती है। यह केवल ग्रामीण नक्शा के लिए मान्य होगा। इसके अलावा नगरपालिका क्षेत्र के नक्शा के लिए नगरपालिका का नाम, वार्ड संख्या देना होगा।