RANCHI: कोई भी बिजनेसमैन तभी सफल होता है, जब वो समय के साथ खुद को अपडेट कर लेता हो। समय की जो मांग है, उसके अनुसार अगर आप खुद को बदल देते हैं तो आपकी सफलता निश्चित है। इसी सोच के साथ युवा एंटरप्रेन्योर कनिका मल्होत्रा बिजनेस के नए मॉड्यूल को शहर में तैयार कर रही हैं। वह आई लीड एचआर कंपनी के माध्यम से शहर की कंपनियों में एचआर पॉलिसी डिपार्टमेंट बनाकर उनके बिजनेस मॉडल को नया आयाम दे रही हैं।

आसान नहीं पुरानी सोच बदलना

कनिका मल्होत्रा बताती हैं कि रांची जैसे शहर में छोटे बिजनेसमैन और फैमली बिजनेसमैन हैं। जिनका पारिवारिक बिजनेस ही कई पीढ़ी से चल रहा है। ऐसे में पुराने लोग अपने हाउस में एचआर पॉलिसी को अपनाना नहीं चाहते हैं। उनको लगता है कि इससे क्या बदल जाएगा, सारा काम तो बेहतर ही चल रहा है। संस्थान में एचआर पॉलिसी नहीं रहने के बाद भी कोई दिक्कत नहीं है। बुजुर्ग बिजनेसमैन इस पॉलिसी को अपनाने के लिए तो तैयार ही नहीं होते हैं। उनको हमलोग बताते हैं कि संस्थान में एचआर पॉलिसी रहने से संस्थान और ग्रो करता है। शुरुआत टॉरियन स्कूल में एचआर पॉलिसी लागू करने से की। अब शहर के कई संस्थानों में एचआर पॉलिसी पर काम कर रही हूं।

लडकियां हीं हैं टीम में

कनिका बताती हैं कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं। बस उनको सही तरीके से मौका मिल जाए। इसलिए हमने तय किया कि अपनी कंपनी में सिर्फ ग‌र्ल्स को ही मौका देना है। अगर मैं खुद लड़की होकर अपनी बहनों को मौका नहीं दूंगी तो दूसरे लोगों से उम्मीद कैसे कर सकते हैं। इसी सोच के साथ मैंने अपनी कंपनी में सिर्फ ग‌र्ल्स को ही रखा है। अब मार्केटिंग से लेकर टेक्निकल काम तक हर कुछ इस कंपनी में लडकियां ही करती हैं।

नौकरी के दौरान आया विचार

एक्सआईएसएस से एचआर में एमबीए करने वाली कनिका बताती हैं कि मैंने ओरेकल कंपनी में नौकरी किया। उसी दौरान मुझे समझ आया कि किसी भी कंपनी के लिए एचआर पॉलिसी कितना जरूरी है। अपने होम टाउन रांची आने के बाद हमने तय किया कि अपने शहर में भी हर छोटे-बडे़ संस्थानों में एचआर पॉलिसी लागू होनी चाहिए, ताकि सभी लोगों को इसके तहत लाभ मिले। रांची आने के बाद हमने चश्मे शाही रेस्टोरेंट में भाई कुणाल मल्होत्रा के साथ कुछ दिन काम किया। वहां भी मुझे समझ में आया कि छोटी जगहों के लिए भी एचआर पॉलिसी कितनी जरूरी है।

नाम - कनिका मल्होत्रा

कंपनी- आई लीड एचआर

बच्चा- उदथ लाल

हसबैंड -डॉ उदीप लाल

मदर: रेखा मल्होत्रा

फादर: गिरीश मल्होत्रा

एजुकेशन- एमबीए इन एक्सआईएसएस, परसुइंग पीएचडी फ्रॉम आइएम रांची इन हृयूमन रिसर्च

अवार्ड: बेस्ट एचआर इन 2012 ओरेकल इंडिया