रांची(ब्यूरो)। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मेडिकल प्रभाग तथा भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के संयुक्त कार्यक्रम नशा मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत स्थानीय ब्रह्माकुमारी केन्द्र चौधरी बगान, हरमू रोड का दीप जलाकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुभारंभ किया। कहा कि नशाखोरी आधुनिक समाज की सबसे ज्वलंत समस्याओं में से एक है। इसने लाखों युवाओं की रचनात्मक शक्तियों को नष्ट कर दिया है। जो भी व्यक्ति नशे की लत के वश में एक बार जाने-अनजाने फंस जाता है वह समय से पूर्व ही काल का ग्रास बन जाता है। नशा हमारे समाज को खोखला बनाता जा रहा है। सरकारी स्तर पर इसे समाप्त करने के लिए कई अभियान चलाये जा रहे हैं। परंतु उतनी सफलता नहीं मिल सकी है जितना कि मिलनी चाहिए। राजयोग की जो पद्धति है वह इसमें कारगर सिद्ध हो रही हैं। ब्रह्माकुमारी संस्था समाज के हर वर्ग तक अपनी पहुंच बना चुकी है लोग इसमें व्यक्तिगत रूचि रखते हैं।
इच वन टीच वन जरूरी
कार्यक्रम में उपस्थित आरयू के वीसी डॉ अजीत सिन्हा ने ब्रह्माकुमारी संस्था की सराहना करते हुए कहा कि नशा मुक्ति अभियान के लिए आपका एक्शन प्लान बहुत अच्छा है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ ईच वन, टीच वन की जरूरत है जिसको यह संस्था बखूबी निभा रही हैं। राजयोग ध्यान का पूरा लाभ लेने के लिए माध्यमिक विद्यालयों और महाविद्यालयों के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाना चाहिए ताकि बच्चे सकारात्मक मूल्यों के साथ नैतिक रूप से मजबूत बनें। डीएसपीएमयू के वीसी डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि नशा हमारे समाज के युवाओं को दिशाहीन कर रहा है। इन युवाओं को सुधारने की दिशा में हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा। ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने कहा हम आत्माएं परमपिता परमात्मा की संतान हैं, जो अति सूक्ष्म, पवित्र, चैतन्य दैवी शक्ति है जो इस शरीर रूपी मंदिर में निवास करता है। इंसान मुख से आग निगल रहा है और बुराइयों का धुआं उगल रहा है। परमपिता परमात्मा कितना दयालु- कृपालु हैं कि उसने हमें अपना जीवन चलाने के लिए इतनी लाजवाब प्रदान की है। आत्मा शरीर के बिना अपनी दैनिक क्रियाकलाप नहीं कर सकता।