रांची (ब्यूरो): पर्यावरणीय परिवर्तन एवं उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए सस्टेनेबल बिजनेस कारगर साबित हो सकता है। मती मिश्रा सरला बिरला विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ कॉमर्स एंड बिजनेस मैनेजमेंट के द्वारा आयोजित इमर्जिंग ट्रेंड्स इन इन्नोवेटिव एंड सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिसेज विषयक दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी। उन्होंने गांधीजी के विचारों एवं सिद्धांतों की चर्चा करते हुए बिजनेस में एथिक्स पर काफी जोर दिया। कांफ्रेंस का आयोजन बीके बिरला ऑडिटोरियम में किया गया।

आज की है जरूरत

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने कहा कि हमारे फ्यूचर जनरेशन के हितों को ध्यान में रखकर सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिस अपनाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कोरोना काल में उत्पन्न विभीषिका एवं खासकर मेडिकल सेक्टर में रेमदेसीविर एवं डोलो जैसे महत्वपूर्ण दवाओं के कालाबाजारी की चर्चा करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाएं बिजनेस एथिक्स के लिए न केवल खतरनाक है अपितु मानव समुदाय के लिए अमानवीय कृत्य है।

साझा किए विचार

नेशनल कांफ्रेंस में विशिष्ट अतिथि के रूप में एचईसी के निदेशक, प्रोडक्शन एंड मार्केटिंग राणा शुभाशीष चक्रवर्ती, सीसीएल के पर्सनल डायरेक्टर एचएन मिश्रा, सेल मैनेजमेंट ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर संजीव कुमार, अदानी पावर लिमिटेड झारखंड के कारपोरेट हेड डॉक्टर अमृतांशु प्रसाद, मेकॉन के चीफ जनरल मैनेजर आशा डब्लू विश्वास, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर विजय कुमार सिंह ने भी अपने अपने विचार साझा किए।

रोटरी क्लब ऑफ रांची नॉर्थ ने बांटी दवाइयां

रोटरी क्लब अपना रांची नॉर्थ की ओर से विश्व मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह को लेकर ओरमांझी स्थित शांति सदन में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान शांति सदन में रहनेवाले मानसिक रूप से पीडि़त लोगों के बीच तरह-तरह के खेलों का आयोजन किया गया। इस दौरान सभी की स्वास्थ्य जांच कर मुफ्त दवाइयां बांटी गई। वही सभी मरीजों और वहां काम करने वाले कर्मचारियों के बीच नाश्ते का वितरण किया गया क्लब। इस मौके पर क्लब के प्रतिनिधि के रूप में हेजल डेविस, राहुल कुमार, निहार दास, समीर चंद्रा, गुलजार, सरिता आदि उपस्थित रहे।