रांची(ब्यूरो)। खेल का एक उद्देश्य यह भी है कि हम अपने मस्तिष्क का भी अभ्यास करें। मस्तिष्क के अभ्यास से हम सही-गलत का निर्णय और अच्छे -बुरे का चयन सीख पाते हैं। इसी अभ्यास से हम हार को आत्मसात कर जीत की नींव तैयार कर पाते हैं। यह बातें डीएवी पब्लिक स्कूल्स झारखण्ड ज़ोन जी के सहायक क्षेत्रीय पदाधिकारी अरुण कुमार ने कहीं। अरुण कुमार डीएवी बरियातू में आयोजित तीन दिवसीय कलस्टर स्तरीय डीएवी नेशनल स्पोट्र्स 2022 के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे।

खेल में सार्थक करियर

वहीं डीएवी बरियातू के प्रिंसिपल विनय कुमार पाण्डेय ने कहा कि खेलना और खेल का दमखम रखने का प्रयास करना चाहिए। इससे आज के समय में एक सार्थक करियर भी बना सकते हैं। वहीं अध्यक्षा सुशीला गुप्ता ने विजेताओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि खेल में हार जीत से ज्यादा आगे बढऩे की सीख होती है। जीतने पर और अच्छा करने की और हारने पर गलतियों को सुधारने की। इस मौके पर नीरजा सहाय डीएवी पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल किरण यादव, डीएवी सिमडेगा के प्रिंसिपल आरके शर्मा मौजूद रहे।

खेले गए फाइनल मैच

तीन दिवसीय कलस्टर स्तरीय डीएवी नेशनल स्पोट्र्स 2022 के अंतिम दिन शनिवार को खो-खो ब्वॉयज एंड गल्र्स और क्रिकेट ब्वॉयज का फाइनल मैच खेला गया। खो-खो ब्वॉयज फाइनल में डीएवी गांधीनगर कांके ने डीएवी हेहल को 20-17 से हराया। खो-खो गल्र्स में डीएवी गुमला ने डीएवी हेहल को 11-10 से हराया।

क्रिकेट में दिखाया दम

क्रिकेट ब्वॉयज फाइनल में डीएवी हेहल (123/6) ने डीएवी बरियातू (90) को 33 रनों से हराया। तीसरे स्थान के मैच में डीएवी सिमडेगा ने डीएवी बिष्टुपुर को हराया। सिमडेगा के कप्तान सानिध्य अग्रवाल ने इस मैच में हैट्रिक विकेट लिए।

प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट

क्रिकेट ब्वॉयज में सत्यम कुमार सिंह (डी.ए.वी.बरियातू), क्रिकेट गल्र्स में शिवांजली पाठक (डीएवी सिमडेगा), खो-खो ब्वॉयज में परमानंद कुमार (डीएवी गांधीनगर), खो-खो गल्र्स में सुप्रिया किंडो (डीएवी गुमला) रहे।