घात लगाए बैठे थे नक्सली

दुमका से 35 किमी दूर काठीटांड़ इलाके में नक्सली घात लगाए बैठे थे। एसपी का काफिला नजदीक आते ही दोपहर तीन बजे नक्सलियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पाकुड़ पंश्चिम बंगाल की सीमा से सटा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस इलाके में नक्सली अपनी समानांतर सरकार चलाते हैं। यहां बीड़ी उद्योग और स्टोन क्रशिंग से भारी राजस्व की प्राप्ति होती है। यहां से काले रंग की स्टोन चिप का भी निर्यात किया जाता है।

कई जवान हुए घायल

दुमका कमिश्नरी का काठीठांड़ नक्सल प्रभावित इलाका रहा है। डीजीपी ने एसपी सहित अन्य जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है। नक्सली हमले में कई जवान घायल भी हुए हैं। दो घायलों को दुमका के सदर हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। घायल जवानों के नाम बबलू मुर्मू और संतोष कुमार मंडल हैं। दोनों ही साहिबगंज डिस्ट्रिक्ट के सिपाही हैं। दूसरे घायलों को स्थानीय विंची हॉस्पिटल में भरती कराया गया है।

नक्सलियों के खिलाफ छापामारी

हमले के बाद पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ छापामारी अभियान शुरू कर दिया है। हमलेवाली जगह पर ही आज से पांच महीने पहले जेवीआर कंपनी के व्हीकल्स में नक्सलियों ने आग लगा दी थी। जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने लैंड माइंस बिछाया था और अंधाधुंध फायरिंग भी की थी।