- शॉपिंग के लिए लोगों को मिल रहा ऑप्शन

- खत्म हो गई गिने-चुने दुकानदारों की मोनोपोली

- मॉल कल्चर में रंग गई रांची

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RANCHI (5 Jan) : दस सालों में राजधानी के बाजारों में काफी बदलाव आया है। तरह-तरह की कंपनियों के प्रोडक्टस लेकर ब्रांडेड कपड़े, जूते आदि के शोरूम खुल गए। दस साल पहले शॉपिंग के लिए बहुत कम ऑप्शन थे, आज कई विकल्प लोगों के सामने हैं। रांची मॉल कल्चर के रंग में पूरी तरह से रंग चुकी है। राजधानी में ही बड़े-बड़े मॉल खूल गए। रेस्टोरेंट, ज्वेलरी शॉप व दूसरे मार्केट भी डेवलप हुए। जिस तेजी से रांची में मॉल क्लचर ने अपना विस्तार किया है, उसी स्पीड में लोग भी इस कल्चर में ढलते गए हैं। मॉल में सुई से लेकर हर चीज एक छत के नीचे एवेलेबल हो जाती है। इसी कारण लोगों की पहली पसंद मॉल बनते जा रहे हैं। इसके अलावा भी दस साल पहले के हाट बाजार अब मॉल में ही सजने लगे। सब्जी बाजार के लिए मल्टी नेशनल ब्रांड के आउटलेट खूल गए। पिछले दस सालों में रांची के बाजारों में किस तरह का बदलाव आया इस पर पेश है यह रिपोर्ट:

दर्जनों मॉल खुले सिटी में

दस सालों में जो सबसे बड़ा परिवर्तन आया है, वह है मॉल कल्चर। वैसे तो राजधानी बनने के साथ ही इस कल्चर ने दस्तक दे दी थी। लेकिन, 2010 से 2019 तक के सफर में राजधानी में दर्जनों मॉल खुल गए। कुछ मॉल विशेष रूप से एक प्रोडक्ट के लिए हैं, तो कुछ में मल्टी आइटम मौजूद हैं। सर्कुलर रोड स्थित न्यूक्लियस मॉल रांचीवासियों के लिए अब तक का सबसे अपडेटेड मॉल है। यहां अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ खाने-पीने, कपड़े, जूते, फैशन, इंटरटेनमेंट समेत अन्य कई सुविधाएं हैं। आज यह मॉल लोगों की पहली पंसद बन चुका है। वहीं मॉल डी कोर, ग्लैक्सिया जैसे और भी कई मॉल हैं, जहां लोग पहुंच कर खरीदारी करते हैं।

ब्रांडेड कपड़ों के शोरूम भी खुले

रांची के लोग भी ब्रांडेड कपड़ों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसे देखते हुए अब यहां कई नेशनल और इंटरनेशनल ब्रांडेड कपड़ों के शोरूम खुल गए हैं। दस साल पहले रांची वासी कपडे़ खरीदने किसी खास दुकान या बाजारों में पहुंचते थे, वहीं अब शोरूम से कपड़ों की खरीदारी कर रहे हैं। ऐलेन सोली, पीटर इंग्लैंड, ब्लैकबेरी, सियाराम, रेमंड, लिवाइस जैसे कई ब्रांडेड कपड़ों के शोरूम रांची में खुल चुके हैं। रांची के मेन रोड में कई प्रतिष्ठित ब्रांडेड शोरूम ने स्थान बना लिया है। सैकड़ों लोग यहां से खरीदारी कर रहे हैं।

ज्वेलरी शोरूम ने भी दे दी दस्तक

रांची में ज्वेलरी और जूते के भी कई शोरूम खुल चुके हैं। तनीष्क, कल्याण जैसे ज्वेलरी शोरूम रांची में भी आ चुके हैं, तो वहीं एडिडास, नाइक, प्यूमा, रिबॉक ने लोगों को जूते, चप्पल, बेल्ट पर्स खरीदने के विकल्प दिए हैं। रांची के बाजार लगातार अपडेट होते रहते हैं। कई बार नई-नई चीजों से यहां के लोग रूबरू होते हैं। घर डेकोरेशन के आईटम, ग्रोसरी, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक जैसे कई और भी सामान हैं, जिसके लिए बाजार का दायरा बढ़ा है। लोग घर से निकलते हैं खरीदारी करने तो दो तीन मॉल के बारे में सोच कर निकलते हैं। पहले ऐसी आजादी नहीं थी। बाजारों पर कुछ गिने-चुने दुकानदारों की मोनोपोली था। दस सालों में यह खत्म हो गया।

वेंडर मार्केट में शिफ्ट हुए फुटपाथ दुकानदार

पिछले दस सालों से फुटपाथ दुकानदार लगातार स्थाई जगह की डिमांड करते आ रहे थे। कई बार दुकानदारों ने आंदालन भी किया। लेकिन 2019 में फुटपाथ दुकानदारों की यह डिमांड भी पूरी कर दी गई। रांची के कचहरी रोड में अटल स्मृति वेंडर मार्केट फुटपाथ दुकानदारों के लिए खोला गया। अब मेन रोड के दुकानदार वेंडर मार्केट में अपनी दुकान सजाते हैं। इससे फुटपाथ दुकानदारों को स्थायी जगह मिल गई। अभी और दुकानदारों को बसाया जाना है। इस दिशा में भी काम चल रहा है। जगह का चयन किया जा रहा है। सब्जी मार्केट के लिए जगह मिल चुकी है, और इसका निर्माण कार्य भी जारी है।

दाल, चावल, आटा के लिए भी स्पेशल बाजार

घर की जरूरत के सामानों के लिए भी रांची में एक निश्चित मार्केट बन गया। बिग बाजार जैसे शॉपिंग सेंटर में घर के जरूरी सामान आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। यहां दाल, चावल, आटा से लेकर सब्जी, फ्रूट, किचन के सभी सामान, सर्फ, साबुन हर चीज एक ही छत के नीचे मौजूद हैं। साथ ही इन मार्केट में लोगों को कई ऑफर भी दिए जाते हैं। सड़क किनारे लगने वाले सब्जी मार्केट दस साल पहले भी लगते थे और आज भी लगते हैं। लेकिन बिग बाजार के आ जाने से एक बड़ा तबका इन बाजारों में जाकर खरीदारी करता है। खाना खाने के लिए एक से बढ़कर एक रेस्टोरेंट रांची में खुल चुके हैं।