रांची (ब्यूरो): रांची नगर निगम नई व्यवस्था लागू करने जा रहा है। दरअसल नगर निगम अब ऑनलाइन पार्किंग शुल्क लेने की तैयारी कर रहा है। कलेक्शन के लिए पार्किंग एजेंट को पॉश मशीन उपलब्ध कराया जाएगा। इसकी मदद से पार्किंग शुल्क लिया जाएगा। लोग मशीन से निकले रिसिप्ट के आधार पर ही भुगतान करेंगे। नगर निगम द्वारा संचालित हो रहे सभी पार्किंग जोन में यह व्यवस्था लागू करने की योजना है।

पार्किंग चार्ज, टाइम और डेट

पॉश मशीन में ही पार्किंग शुल्क सेट होगा। साथ ही टाइमिंग की भी सुविधा होगी। मशीन से निकलने वाली रसीद पर पार्किंग का समय अंकित होगा। इस अलाव भी पीओएस मशीन में कई सुविधाएं होंगी। इसमें नगर निगम का सभी टर्म एंड कंडीशन लिखा होगा। वाहन के प्रकार, समय और तिथि की भी जानकारी होगी। पार्किंग शुल्क कितनी देर के लिए मान्य होगा और तय समय खत्म होने के बाद अगला पार्किंग शुल्क कब और कितना देना होगा इसकी भी जानकारी होगी। राजधानी रांची में जयपाल सिंह स्टेडियम के पास पार्किंग एरिया में पॉयलेट प्रोजेक्ट के तहत यह सुविधा शुरू की जाएगी। इसकी सफलता के बाद नगर निगम के सभी पार्किंग में व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इस संबंध में पार्किंग का टेंडर लेने वाले सभी ठेकेदारों को इसकी सूचना दे दी गई है।

30 स्थानों पर पार्किंग जोन

रांची नगर निगम द्वारा 30 अलग-अलग स्थानों पर पार्किंग जोन बनाया गया है। सभी पार्किंग एरिया की टेंडर द्वारा ठेकेदारों को एक साल के लिए बंदोबस्ती पर दी गई है। ठेकेदार एक मुश्त राशि देकर पार्किंग का ठेका लेते हैं। इसके बाद निगम द्वारा तय पार्किंग शुल्क आम लोग से वसूला जाता है। रांची पहाड़ी मंदिर, बिग बाजार, कांके रोड, रातू रोड, न्यू मार्केट, टेम्पो स्टैंड, मोरहाबादी बाजार, प्रेमसंस मोटर, कांके रोड समेत 30 स्थानों पर नगर निगम ने पार्किंग एरिया बना रखा है। इन स्थानों में रसीद द्वारा पार्किंग शुल्क लिया जाता है। टू-व्हीलर के लिए पांच रुपए और फोर व्हीलर के लिए 10 रुपए वसूले जाते हैैं, हालांकि पार्किंग एजेंट द्वारा अक्सर पांच की जगह 10 और 10 के स्थान पर 20 रुपए वसूलने की शिकायत आती रहती है।

एजेंट-पब्लिक में होती है झड़प

पार्किंग को लेकर सिटी में अक्सर पार्किंग एजेंट और आम पब्लिक के बीच नोक-झोंक होती रहती है। नगर निगम की ओर से सभी पार्किंग जोन में रेट चार्ट लगाने का आदेश दिया गया है, लेकिन ठेकेदार इसकी अनदेखी करते हैं। एक-दो स्थानों को छोड़ अन्य कहीं भी रेट चार्ट नहीं लगाया गया है। वहीं नगर निगम की ओर से पहले 10 मिनट फ्री सर्विस देने का भी आदेश दिया गया है, लेकिन सिर्फ दो मिनट के लिए भी कोई गाड़ी लगाता है तो उससे भी पार्किंग एजेंट पैसा वसूलते हैं। नहीं देने पर नोक-झोंक और बहस करने लगते हैं। पीओएस मशीन से पार्किंग शुल्क कलेक्शन शुरू होने के बाद ऐसी शिकायतों का भी निपटारा होगा।