रांची(ब्यूरो)। विकास से लेकर रामपुर तक बनने वाले 26 किमी एनएच 33 का निर्माण अब तक अधूरा है। उद्घाटन को लेकर तारीख पर तारीख का निर्धारण हो रहा है। एनएचएआइ को बीते वर्ष ही काम पूरा करना था लेकिन अब तक काम पूरा नहीं हो पाया है। अब एनएचएआइ दिसंबर तक काम पूरा करने का दावा कर रहा है। ङ्क्षरग रोड में दो पुल का निर्माण अब भी अधूरा है। इसके साथ ही कई स्थानों पर छीट-पुट काम भी बचे हुए हैं। ङ्क्षरग रोड विकास के पास एंट्री पर ही एक तरफ बैरिकेङ्क्षडग है। हालांकि, एनएचएआइ की ओर से काम कराया जा रहा है। एनएचएआइ लगभग 383 करोड़ खर्च करके विकास से रामपुर के बीच करीब 26 किलोमीटर हिस्से का काम कर रहा है।

कहां, कहां काम अधूरा

स्वर्णरेखा नदी : स्वर्णरखा नदी के ऊपर पुल लगभग बनकर तैयार है। लेकिन पुल खोला नहीं गया है। पुल के ऊपर कालीकरण का काम कराया जा रहा है। पुल की एक तरफ स्टाप की बैरिकेङ्क्षडग लगी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ पुल चालू है।

हेसल : हेसल के पास हाइटेंशन वायर होने के कारण पुल का काम अधूरा छोड़ दिया गया है। एक तरफ का काम पूरा हो गया है लेकिन दूसरी तरफ वायर के नीचे गिट्टी-बालू बिछाकर छोड़ दिया गया है। एनएचएआइ पदाधिकारियों का कहना है कि वायर शिफ्ट नहीं होने के कारण काम नहीं हो पा रहा है। शिङ्क्षफ्टग के लिए इंस्पेक्शन का काम पूरा हो गया है। पावग्रिड की ओर से शटडाउन किया जाएगा, जिसके बाद दस दिन के अंदर ट्रांसफॉर्मर शिफ्ट कर दिया जाएगा। शिङ्क्षफ्टग के बाद काम शुरू होगा।

मुरी रेलवे लाइन : चतरा के पास मुरी रेलवे लाइन ओवरब्रिज का काम भी अधूरा है। रेलवे लाइन के ऊपर पुल का काम तो हो रहा है। लेकिन इसे आगे जोड़ा नहीं गया है। अब तक सड़क को भी भरा नहीं गया है। इसे ही पूरा करने में कम से कम तीन महीने लग जाएंगे। एनएचएआइ पदाधिकारी का कहना है कि आरओबी के कारण काम में देरी हो रही है।

विकास से रामपुर तक अधूरे काम से परेशानी

-हजारीबाग से टाटा के बीच ङ्क्षरग रोड का उपयोग करते हुए आवागमन करने पर करीब 30 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय की जा रही है

-रांची-टाटा-हजारीबाग का ट्रैफिक लोड ङ्क्षरग रोड के तीन चौथाई हिस्से पर पड़ रहा है।

-ङ्क्षरग रोड अधूरा है, इस कारण यातायात का दबाव शहरी हिस्से की सड़कों पर पड़ रहा है।

-हजारीबाग और टाटा की ओर से गुमला, पलामू होते हुए रांची में प्रवेश किए बगैर सीधे मध्यप्रदेश के बीच आवागमन होगा।

-टाटा से हजारीबाग होते हुए पटना जाने के लिए भी इस मार्ग का उपयोग होगा।

-एनएच-33 का ट्रैफिक ओरमांझी से बूटी मोड़ न आकर ङ्क्षरग रोड से होचर, काठीटांड़, लालगुटवा, सीठियो होते हुए तुपुदाना और रामपुर के मार्गों की ओर जाएगा।

एनएच 33 का काम तेजी से किया जा रहा है। नवंबर महीने तक एलएचएस का काम पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही दिसंबर में आरएचएस का भी काम पूरा कर लिया जाएगा।

-विजय कुमार, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई