रांची: सरकार के ही अंग हैं पीएचईडी और जुडको। लेकिन दोनों के बीच तालमेल की भारी कमी है। इसी का परिणाम है कि आम पब्लिक को कभी सड़क के गड्ढों से तो कभी वाटर सप्लाई नहीं होने की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। दरअसल, शहर के विभिन्न इलाकों में जुडको द्वारा पानी के लिए पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। लेकिन काम लेने वाली एजेंसी को पता नहीं है कि किस इलाके में पहले से पानी की पाइपलाइन बिछी हुई है, जिस वजह से वो सभी स्थानों की खुदाई कर देती है और इसी खुदाई में कई स्थानों पर पहले से लगी पाइपलाइन भी डैमेज हो जाती है। इस कारण हजारों लीटर पानी बहकर बर्बाद हो जाता है। वहीं कुछ स्थान ऐसे भी है जहां पाइप लाइन के गड्ढा तो खोदा जा रहा है लेकिन उसे ठीक नहीं किया जा रहा है।

हफ्ते भर पानी की परेशानी

को-आर्डिनेशन की कमी के कारण पीएचईडी के इंजीनियर भी परेशान हो रहे हैं। इनका कहना है कि जुडको यहां-वहां गड्ढा खोदकर छोड देती है जिस कारण पीएचईडी के इंजीनियर्स की मुसीबतें बढ जाती हैं। आम पब्लिक पीएचईडी डिपार्टमेंट से शिकायत करती है उनके घर वाटर सप्लाई नहीं हो रही है। पीएचईडी के इंजीनियर प्रभात कुमार ने बताया कि बहु बाजार के कुछ इलाकों में जुडको पाइपलाइन के लिए गड्ढा खोद दी, जिससे पुरानी पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई और एक हफ्ते तक लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ा।

बिना सूचना जुडको कर रही खुदाई

पीएचईडी की ओर से जुडको को लेटर लिखा गया है, जिसमें गड्ढे की खुदाई करने से पहले इसकी सूचना देने को कहा गया है। लेकिन जुडको इसका पालन नहीं कर रहा है। पीएचईडी के पदाधिकारी ने बताया कि जुडको द्वारा तय की गई कंपनी जो पाइपलाइन बिछाने का काम कर रही है वो बिना जानकारी के पाइपलाइन बिछा रही है। कंपनी को यह भी पता नहीं है कि पाइपलाइन किस इलाके में बिछी है किस इलाके में नहीं। वह सभी इलाके में खुदाई करती जा रही है। सामंजस्य बना कर काम करने से काम भी आसान हो जाता है और पब्लिक को किसी तरह की परेशानी भी नहीं होगी।

अंडरग्रांउड केबलिंग भी परेशानी का सबब

वहीं दूसरी और अंडरग्राउंड केबलिंग के कारण भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केबलिंग का काम केईआई कंपनी कर रही है। कंपनी जगह-जगह पर केबल बिछाने के लिए मशीन से ड्रील कर रही है, जिससे पानी की पाइपलाइन डैमेज हो रही है। पाइपलाइन के डैमेज होने से लोगों तक पानी पहुंचने में दिक्कत होने लगी है। पाइपलाइन के अंदर गंदगी आने से पानी भी दूषित हो जाता है। पीएचईडी की ओर से बिजली विभाग को भी गड्ढा करने से पहले सूचना देने को कहा गया है लेकिन कंपनी की ओर से इसे फॉलो नहीं किया जा रहा। केबलिंग के कारण भी हजारों हजार लीटर पानी रोड पर बह जाता है। कुछ दिन पहले करमटोली के समीप अंडरग्राउंड केबलिंग के कारण ही पाइपलाइन को नुकसान हुआ था, और रोड पर ही तालाब बन गया था। वहीं इधर लगातार बढ़ रहे टेंप्रेचर के कारण पानी की बड़ी समस्या शुरू हो चुकी है। सप्लाई भी समय पर नहीं मिले या सप्लाई बंद हो जाए तो लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा।