रांची: राजधानी में होने वाले भव्य दुर्गा पूजा में एक महीना का भी वक्त नहीं बचा है। कोरोना की वजह से इस बार दुर्गा पूजा में रौनक नहीं रहेगी। हालांकि पूजा समितियों की ओर से पंडाल और प्रतिमा का छोटा प्रारूप बनाकर पूजा करने का निर्णय लिया गया है। फिर भी इन पूजा समितियों को सरकार की गाइडलाइंस का इंतजार है। समिति के सदस्यों का कहना है गाइडलाइंस आने से स्थिति और ज्यादा स्पष्ट हो जाएगी कि कैसे पूजा का आयोजन करना है। कोरोना महामारी को देखते हुए पूजा समितियों ने उसी अनुसार पूजा की तैयारियां शुरू कर दी है। हालांकि सामान्यत: पूजा से एक महीने पहले ही पंडाल निर्माण का काम का शुरू हो जाता है। लेकिन इस बार अबतक सिर्फ भूमि पूजन ही हो सका है। कोरोना का हर सेक्टर के साथ-साथ सभी धार्मिक आयोजन पर असर पड़ा है। इसे लेकर पूजा समितियों में भी निराशा है। लेकिन पूजा समिति के सदस्य मां की आराधना को लेकर खुश है। सदस्यों ने बताया कि पूजा का रूप बड़ा हो या छोटा मां शक्ति की आराधना उसी पवित्रता के साथ संपन्न होगी।

प्रतिमा बनाने में जुटे मूर्तिकार

18 अक्तूबर से नवरात्र आरंभ हो जाएगा। इसे देखते हुए मूर्ति कारों ने प्रतिमा को आकार देना शुरू कर दिया है। मूर्तिकारों का कहना है कि प्रतिमा का आकार छोटा या बड़ा, इसे उतनी सिद्यत से बनाते हैं। किसी भी समिति की ओर से बड़ी प्रतिमा के लिए ऑर्डर नहीं आया है। पुरुलिया रोड के मूर्तिकार पवन प्रजापति ने बताया कि कोरोना की वजह से रांची में सबसे भव्य रूप से मनाया जाने वाला त्योहार इस बार सादगी से मनाया जा रहा है। भले मां की प्रतिमा छोटे आकार में बन रही है, लेकिन इसे भी काफी खूबसूरती से तैयार किया जा रहा है। उम्मीद है अगले वर्ष सब ठीक हो जाएगा। वहीं पंडाल निर्माण के लिए प्रत्येक साल बंगाल और दूसरे स्थानों से कारीगरों को बुलाया जाता था। लेकिन इस साल लोकल कारीगर से ही पंडाल निर्माण कराने का फैसला लिया है। सरकार की गाइडलाइन के बाद इसमें बदलाव हो सकता है।

ऑनलाइन होगा दर्शन

सभी पूजा समितियों द्वारा इस बार किसी तरह का मेला भी नहीं लगाने का निर्णय लिया गया है। पूजा पंडाल के बाहर या आसपास ज्यादा भीड़ नहीं लगानी है, जिसे देखते हुए समितियों द्वारा भक्तों के लिए ऑनलाइन मां का दर्शन कराने का इंतजाम किया जा रहा है। फेसबूक पेज या वेबसाइट पर मां शेरावाली की पूजा और आरती का लाइव प्रसारण किया जाएगा। इसके अलावा पूजा समितियों ने सामाजिक कार्य जैसे बेटी बचाओं-बेटी पढाओ विषय पर कार्यक्रम करने का भी निर्णय लिया है। सभी पूजा समितियों को राज्य के मुखिया की ओर से एक बार स्पष्ट आदेश मिलने का इंतजार है।

सीएम से मिलेगा डेलीगेशन

दुर्गा पूजा समिति का एक डेलीगेशन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर इस संबंध में वार्ता करेगा। पूजा कैसे करनी है, कितने लोग शामिल हो सकते हैं, साउंड सिस्टम आदि का प्रयोग हो या नहीं इन सब बिंदुओं पर सीएम से मिलकर वार्ता होगी। साथ ही एक गाइडलाइन भी जारी करने को कहा जाएगा। समिति के सदस्य विधानसभा सत्र के समाप्त होने का इंतजार कर रहे हैं। सत्र समाप्त होने के बाद समय लेकर इस विषय पर विस्तार पूर्वक बातचीत होगी।

ओडि़शा सरकार ने गाइडलाइन जारी की है। लेकिन हम इंतजार कर रहे हैं अपने स्टेट से भी इस संबंध में कोई निर्देश मिले। ताकि पूजा को लेकर स्थिति स्पष्ट हो सके। इस बार पूजा का प्रारूप छोटा, प्रतिमा छोटी होगी समेत कुछ बिंदुओं पर तो पूजा समिति ने फैसला लिया है। लेकिन पूजा की भव्यता को देखते हुए सरकार को भी गाइडलाइन जारी करनी चाहिए। विधानसभा के बाद मुख्यमंत्री से मिलने जाएंगे।

-अशोक पु़रोहित