RANCHI : जबतक हम खुद पहल नहीं करेंगे, साउंड पॉल्यूशन को कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। पब्लिक प्लेसेज पर बेवजह हॉर्न बजाने से हमें बचना चाहिए। हॉर्न की आवाज हमारे हेल्थ के लिए नुकसानदेह है। इसे चेतावनी समझे या अलर्टनेस.अगर हम समय रहते नहीं चेते तो इसका असर पूरी सोसाइटी को झेलना पड़ेगा। इतना ही नहीं, सड़कों पर हमारी एक्टिविटीज से हमारे संस्कार का भी पता चलता है। अगर अपने शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाना है तो सभी को आगे आना होगा। ये बातें स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट के को-ऑर्डिनेटर विनोद सिंह ने कही। मौका था डीएवी नंदराज मॉडल स्कूल में नो हॉर्न कैंपेन का। इस प्रोग्राम के जरिए बच्चों को नो हॉर्न के प्रति अवेयर किया गया।

स्कूलों में चलाया जा रहा कैंपेन

स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट की ओर से शहर के स्कूलों में नो हॉर्न कैंपेन चलाया जा रहा है। पिछले महीने इसका आयोजन जिला स्कूल में किया गया था। बुधवार को डीएवी नंदराज मॉडल स्कूल में नो हॉर्न कैंपेन का संचालन स्टेट कन्वेनर वर्षा दूबे ने किया। इस मौके पर टीचर्स के अलावे करीब दो सौ बच्चे मौजूद थे।

आपका चाहिए सहयोग

डीएवी नंदराज स्कूल की प्रिंसिपल मृदुला आर्या ने बताया कि स्टूडेंट्स ऑक्सीजन मूवमेंट के कैंपेन से जुड़कर अच्छा लगा। इस कैंपेन को और आगे ले जाने की जरूरत है। इसके लिए हर किसी का साथ चाहिए। रांची को साउंड पॉल्यूशन फ्री सिटी बनाना है तो नो हॉर्न कैंपेन को कारगर बनाना होगा। वैसे भी सड़कों पर बेवजह हार्न बजाना किसी भी मायने में अच्छा नहीं है। इससे हमारे बिहेवियर का भी पता चलता है। हॉर्न का इस्तेमाल कम से कम करें। खासकर उस वक्त करें, जब सही में इसकी जरूरत हो।