RANCHI : राजधानी रांची में जहां एक ओर अपराध में बढ़ोतरी हो रही है, वहीं दूसरी ओर आर्म्स लाइसेंस की चाहत रखनेवालों की संख्या घटती जा रही है। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि आर्म्स मजिस्ट्रेट के कार्यालय में दर्ज आंकड़े बता रहे हैं। अब आर्म्स लाइसेंस लेने वालों की संख्या घट रही है। चाहे आर्म्स लाइसेंस लेने की जटिल प्रक्रिया हो या कुछ और। इस बात की पुष्टि इस साल आए आर्म्स लाइसेंस के आवेदनों की संख्या से होती है। आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले साल आर्म्स लाइसेंस के आवेदन एक हजार से अधिक आए थे, जबकि इस साल मात्र 500 आवेदन ही आर्म्स मजिस्ट्रेट कार्यालय को प्राप्त हुए हैं। जिला प्रशासन के आर्म्स अप्लीकेशन डील करने वाले विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस साल अब तक लगभग चार से पांच सौ आवेदन ही आए हैं। हालांकि साल के अंत होने में दो महीने बाकी हैं। आर्म्स लाइसेंस की डिमांड करने वालों का आंकड़ा 600 से ऊपर जाने की उम्मीद नहीं है।
शूटिंग प्रैक्टिस को लाइसेंस
इन दिनों खेल प्रतिस्पर्धा में भाग लेनेवाले पुलिस और आम पब्लिक की ओर से शूटिंग प्रैक्टिस से संबंधित लाइसेंस ज्यादा आ रहे हैं। उनके लाइसेंस निर्गत भी किए जा रहे हैं। अबतक दस लाइसेंस प्रदान किए जा चुके हैं। लोगों में आर्म्स लाइसेंस रद कराने की प्रवृत्ति बढ़ी है। इस बार सौ से अधिक लाइसेंस धारियों ने अपना लाइसेंस रद कराया है। वह भी आवेदन देकर। आर्म्स मजिस्ट्रेट राजेश कुमार सिंह के मुताबिक, लोग स्वेच्छा से लाइसेंस रद करवा रहे हैं।
इस साल 20-30 ही लाइसेंस
पिछले साल आए आवेदनों में लगभग एक सौ लोगों को आर्म्स लाइसेंस दिया गया है.जबकि इस वर्ष अब तक 20 से 30 लोगों को ही आर्म्स का लाइसेंस प्रदान किया गया है। इनमें सभी तरह के आर्म्स शामिल हैं।
वर्जन
शायद लोगों को अब जान का खतरा नहीं है। इसलिए वे अपना लाइसेंस रद करवा रहे हैं और इन दिनों शूटिंग प्रैक्टिस से संबंधित लाइसेंस लेनेवालों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
राजेश कुमार सिंह, आर्म्स मजिस्ट्रेट