रांची (ब्यूरो) : इससे आस-पास के लोगों को परेशानी हो रही है। गलियों और मुहल्लों में अंधेरा होने के कारण चोर-उच्चकों की चांदी हो गई है। आते-जाते लोगों से लूटपाट और घरों व दुकानों में चोरी के घटना को अंजाम दे रहे हैैं। स्ट्रीट लाइट लगाने में नगर निगम ने करोड़ों रुपए खर्च कर दिए। इसके बाद भी कई मुहल्लों में अंधेरा पसरा है। पार्षदों का कहना है कि खराब स्ट्रीट लाइट्स की मरम्मत के लिए नगर निगम में कई बार कंप्लेन की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

हर महीने लाखों खर्च

नगर निगम के 53 वार्ड में दो साल पहले करीब 55 हजार स्ट्रीट लाइट्स लगाई गई थी। इनमें करीब 15 हजार स्ट्रीट लाइट्स खराब हैं। हर वार्ड में औसतन 150 से 200 स्ट्रीट लाइट नहीं चल रही है। वार्ड संख्या 26, 28, 29, 30, 32, 33, 36 व दूसरे वार्ड में काफी ज्यादा संख्या में स्ट्रीट लाइट खराब हैं, जबकि इनके मेनटेनेंस के नाम पर हर महीने लाखों रुपए का खर्च किए जाते हैं। लेकिन यह मेनटेनेंस सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। वार्ड संख्या 32 स्थित जतरा मैदान से आगे तीन महीने से स्ट्रीट लाइट खराब है। इस जगह पर कई बार लूटपाट भी हो चुकी है, लेकिन रांची नगर निगम इसे दुरुस्त करने पर ध्यान नहीं दे रहा है।

बरसात में भी आ हो रही परेशानी

स्ट्रीट लाइट खराब रहने से बारिश के मौसम में लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। अंधेरे की वजह से सडक़ पर हुए गड्ढे नजर नहीं आते। जलजमाव के कारण परेशानी और ज्यादा बढ़ जाती है। कई लोग अंधेरे की वजह से सडक़ पर गिरकर घायल भी हो रहे हैं, लेकिन इन सब से नगर निगम को कोई लेना-देना नहीं है। निगम सिर्फ टैक्स वसूलने में व्यस्त है। पब्लिक को सुविधा मिले या न मिले इसकी निगम को कोई परवाह नहीं।

बढ़ गई है वारदात

सडक़ और मोहल्लों में अंधेरा होने से अपराधियों की चांदी हो गई है। मुख्य सडक़ से लेकर कॉलोनी-मुहल्लों में नियमित रूप से स्ट्रीट लाइट नहीं जलने फायदा आपराधिक छवि वाले लोग उठा रहे हैं। मोहल्ले की सुनसान जगहों पर अड्डेबाजी शुरू हो गई है। यहां बैठकर लोग शराब, गांजा और दूसरे नशे का सेवन कर रहे हैैं। मोहल्ले में छिनतई और छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ी हैं। सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के चूना भट्ठा इलाके में शाम ढलते ही छेड़छाड़ की वारदात हो रही है। लोकल लोगों ने इसकी शिकायत थाने में भी की है। इसके अलावा पंडरा, पुंदाग, अरगोड़ा व दूसरे इलाकों में चोरी की घटनाएं भी हो रही है। लाइट नहीं होने के कारण घटना को अंजाम देने वाले अपराधी सीसीटीवी कैमरे में भी कैद नहीं हो पाते।

पार्षद व पब्लिक ने बताई पीड़ा

स्ट्रीट लाइट मरम्मत का काम देख रही प्राइवेट कंपनी की स्थिति दयनीय हो गई है। 15 दिनों तक मरम्मती के काम को लटकाया जाता है। कर्मचारी बात सुनने को तैयार नहीं हैैं। नगर आयुक्त को इसपर संज्ञान लेने की जरूरत है।

अरुण झा, वार्ड पार्षद

हमलोग नगर निगम में लिखित शिकायत देते हैं, लेकिन रिपेयरिंग का काम कर रही एजेंसी इस पर ध्यान नहीं देती। बार-बार शिकायत देने के बाद भी काम नहीं होता है।

- अशोक यादव, वार्ड पार्षद

मेरे घर के सामने और मंदिर के बगल में लगे स्ट्रीट लाइट बीते दो हफ्ते से खराब है। कई बार पार्षद से इसकी शिकायत कर चुका हूं, लेकिन इसकी रिपेयरिंग नहीं हो रही है। शाम ढलते ही मुहल्ले में अंधेरा हो जाता है।

- प्रदीप कुमार

अक्सर रात में ड्यूटी से घर लौटती हूं। घर की गली में सन्नाटा होता है। कई दिनों से स्ट्रीट लाइट खराब है। लाइट रहने से ज्यादा दिक्कत नहीं होती है, लेकिन अंधेरा होने के कारण डर लगता है।

- अंजली कुमारी

सुविधा के नाम पर नगर निगम आम पब्लिक को कुछ नहीं देता है। परेशान करने के लिए कई वजहें हैैं रांची नगर निगम के पास। कई बिजली के पोल ऐसे भी हैैं जहां आज तक लाइट ही नहीं लगी है।

- इंद्रदेव चौधरी