रांची (ब्यूरो)। रांची सदर अस्पताल में एक बार इलाज कराने वाले मरीजों का 9 साल तक डाटा अस्पताल के सर्वर में सहेज कर रखा जाएगा। इससे मरीज, उनके परिजन और डॉक्टरों को इलाज करने में सहूलियत होगी। अभी इलाज कराने आने वाले मरीज सदर अस्पताल में पहले भी इलाज करा चुके होते हैं लेकिन अगर उनका कागज गुम हो जाता है तो उनको फिर से सारा चीज नए तरीके से बनवाना होता है। डॉक्टरों को भी एक ही मरीज को बार-बार नए तरीके से देखना पड़ता है जब उनके पास मरीज का पहले से डाटा सुरक्षित रहेगा तो वो तत्काल इलाज शुरू कर सकेंगे। इसके अलावा मरीजों को भी फिर से रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं होगी।

केंद्र सरकार का निर्देश

केंद्र सरकार ने ई-हॉस्पिटल प्रणाली विकसित की है और इसे सभी राज्यों को लागू करने के लिए भी कहा है। इसी के तहत राज्य के सदर अस्पताल में इस योजना को लागू करने की तैयारी चल रही है। इसके तहत सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम विकसित किया जाना है। पहले चरण में रांची के जिला सदर अस्पताल और अनुमंडल अस्पतालों में जबकि दूसरे चरण में सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में यह प्रणाली स्थापित की जाएगी। तीसरे चरण में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में यह हॉस्पिटल प्रणाली स्थापित की जाएगी। फिलहाल रांची सदर अस्पताल में इस व्यवस्था को स्थापित करने का काम तेजी से चल रहा है।

डिजिटल रिकॉर्ड रूम भी बनेगा

ई हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम के पूरी तरह से लागू होने के बाद सदर अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले सभी मरीजों की पूरी जानकारी और मेडिकल रिकॉर्ड डिजिटल सर्वर में रखी जाएगी। इसके लिए नए भवन की दूसरे तल्ले में डिजिटल सर्वर रूम भी बनाया जाएगा। रांची के सदर अस्पताल में हर दिन ओपीडी में 200 से 300 लोग इलाज कराने के लिए आते हैं। इस तरह महीने भर में सिर्फ ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या ही करीब 10,000 से अधिक हो जाएगी। इसी तरह इमरजेंसी में भी मरीज आते हैं। अब जब नई बिल्डिंग में हॉस्पिटल शिफ्ट हो जाएगा और सुपर स्पेशियलिटी की तरह काम करने लगेगा तो मरीजों की संख्या भी बढ़ेगी, इसलिए डिजिटल रिकॉर्ड रूम भी बनाया जा रहा है।

ये डिटेल्स रहेंगे रिकार्ड में

मरीजों के मेडिकल रिकॉर्ड के रूप में उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर आदि के अलावा ओपीडी में रजिस्ट्रेशन, डॉक्टर से परामर्श लेने की तिथि भी दर्ज होगी। इसके अलावा इमरजेंसी एडमिशन, डिस्चार्ज, ट्रांसफर बिल, पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी, मैनेजमेंट फार्मेसी, मैनेजमेंट ओमआर इलेक्ट्रॉनिक मेडिकल रिपोर्ट सहित तमाम जानकारियां उपलब्ध रहेंगी।