RANCHI : मधुकम स्थित खादगढ़ा सब्जी मंडी में दो दिनों से बत्ती गुल है। यहां के तमाम दुकानदार अंधेरे में सब्जी बेचने को मजबूर हैं। इसकी वजह जेनरेटर से बिजली सप्लाई को लेकर चल रहा विवाद है। दुकानदार नगर निगम के द्वारा जेनरेटर के लिए जारी किए गए टेंडर का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे अपने स्तर से ही जब सब्जी मंडी में दो जेनरेटर की व्यवस्था पहले से कर रखे हैं तो फिर निगम द्वारा यहां जेनरेटर का टेंडर किसी शख्स को देने का क्या औचित्य है। वे इस टेंडर को रद करने की मांग कर रहे हैं।

बंद करा दिया जेनरेटर

खादगढ़ा सब्जी मंडी में जेनरेटर को लेकर चल रहा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि थानेदार ने जेनरेटर बंद कराया है, जबकि थानेदार का कहना है कि इस मामले में मेरा कोई हाथ नहीं है। अब हमें अंधेरे में सब्जी बेचना पड़ रहा है। ऐसे में हमारा विरोध लगातार जारी है। दूसरी तरफ नगर निगम से जेनरेटर लगाने का टेंडर लेने वाले छोटू का कहना है कि बाजार समिति के कुछ गिने-चुने ही लोग जेनरेटर टेंडर का विरोध कर रहे हैं। नगर निगम से तीन महीने पहले ही इसके लिए टेंडर मिल चुका है, लेकिन उनके विरोध के कारण यहां जेनरेटर से बिजली सप्लाई में दिक्कतें आ रही है।

थाने में मामला दर्ज

सब्जी मंडी में जेनरेटर नहीं लगाने देने को लेकर छोटू जायसवाल ने सुखदेवनगर थान में बाजार समिति के मनीष के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि यहां मनीष जेनरेटर से बिजली आपूर्ति कर रहा है, जबकि नगर निगम की ओर उसे टेंडर मिला है। इधर, मनीष का कहना है कि यह जेनरेटर उसका नहीं है, बल्कि बाजार समिति के सदस्यों ने चंदा इकट्ठा कर खरीदा है। इसके कागजात भी उपलब्ध हैं। ऐसे में नगर निगम द्वारा जेनरेटर के लिए टेंडर जारी करना कहीं से उचित नहीं है।

जबरन थोपा जा रहा है जेनरटर

नगर निगम द्वारा जेनरेटर के लिए दिए गए टेंडर का यहां के दुकानदार विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनके पास पहले से ही दो जेनरेटर है। ऐसे में यहां अलग से जेनरेटर लगाने का टेंडर किसी को देना सही नहीं है। दुकानदारों का कहना है कि पिछले तीन महीने में वे पांच बार टेंडर रद करने की मांग को लेकर आवेदन दे चुके हैं, लेकिन नगर निगम ने कोई एक्शन नहीं लिया है। इधर, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय का कहना है कि उन्हें इस बाबत कोई जानकारी नहीं है।