RANCHI : पीटीपीएस की एक मात्र चालू इकाई संख्या 10 को शनिवार की रात्रि लगभग 12 बजे पीवीयूएनएल अधिकारियों के निर्देश पर बंद करा दिया गया। इस संबंध में पीवीयूएनएल के अधिकारियों ने बताया कि पीटीपीएस व एनटीपीसी के ज्वांट वेंचर के तहत 1 अप्रैल 2016 से पीवीयूएनएल पीटीपीएस से बिजली उत्पादन का कार्य कर रहा है। परन्तु अप्रैल माह से जुन माह के बिजली बिल का आंशिक भुगतान ही झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड द्वारा किया गया है।

82 करोड़ है बकाया

अधिकारियों ने बताया कि बिजली बिल का भुगतान वितरण निगम द्वारा 60 दिनों के अंदर किया जाना है। बावजूद इसके जुन माह तक 44.23 करोड़ का बकाया होने के साथ - साथ अभी तक कुल मिलाकर बकाये की राशि 82.44 करोड़ हो गई है। राशि बकाया होने के कारण पीवीयूएनएल ना तो कर्मचारियों को वेतन दे सकती है ओर ना ही अन्य वेंडरों का भुगतान हो सकता है।

सीसीएल, रेलवे व तेल कंपनियां बड़े बकायेदारों में

प्राप्त जानकारी के अनुसार झारखंड बिजली बोर्ड पर पूर्व से ही सीसीएल, रेलवे व तेल कंपनियों का करोड़ों बकाया है। ऐसी परिस्थिति में पीटीपएस को ना तो कोयला, ना तेल ओर ना ही परिवहन की सुविधा मिल पा रही है। बाध्य होकर पीवीएनएल द्वारा प्लांट को अगले निर्णय तक बंद करना पड़ा है।