- रिम्स की ओटी असिस्टेंट में संक्रमण

- बिहार जाने का लिया फैसला

रांची: शनिवार को रिम्स की एक ओटी असिस्टेंट युवती में कोरोना का संक्रमण पाया गया। इसके बाद वह इलाज के लिए दिन भर भटकती रही। उसे रिम्स में एक कमरा नहीं दिया गया। इस वजह से उसने होम आइसोलेशन में जाने का फैसला कर लिया। इससे पहले युवती रिम्स में सभी पदाधिकारियों के चक्कर काटती रही। उनसे बार-बार गुहार लगाती रही कि एक कमरा दिया जाए, ताकि इलाज हो सके। रिम्स प्रशासन का कहना था कि उसे मेडिसीन वार्ड में बनाए गए कोविड वार्ड में रहना होगा। चूंकि, कमरा उपलब्ध नहीं है, इसलिए उसे अलग से कोई सुविधा नहीं दी जा सकती है। देर रात 'डीजे-आई नेक्स्ट' से बातचीत करते हुए युवती ने कहा कि अगर वह रिम्स की परमानेंट स्टाफ होती, तो उसके साथ ऐसा सुलूक नहीं किया जाता। दिन भर एक से दूसरे अफसर से गुहार लगाने के बाद भी उसे एक अदद कमरा नहीं मिला। उसने बताया कि वह बिहार की रहने वाली है और अपने घर जा रही है। किराए की गाड़ी से वह बिहार लौटना चाहती है। रांची में वह किराए के घर में रहती है। जब मकान मालिक को पता चलेगा कि वह कोरोना से संक्रमित है, तो उसे घर पर रहने नहीं दिया जाएगा। दूसरी ओर, रिम्स का आउटसोर्सिग स्टाफ होने के कारण उसके साथ भेदभाव किया जा रहा है, जबकि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने साफ कहा था कि सफाई कर्मी से लेकर किसी बड़े डॉक्टर को भी इन्फेक्शन होता है, तो कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।