-रांची से दिल्ली जाने के लिए ट्रेन फुल

-राजधानी में पैसेंजर्स को मिल रहा आरएसी

-पूरा किराया देने के बाद भी मिल रही आधी सीट

-केवल एक ट्रेन चल रही है रांची स्टेशन से

-बुकिंग में दलालों के एक्टिव होने की आशंका

रांची: झारखंड में सरकार ने बसों का परिचालन तो शुरू कर दिया है। लेकिन ट्रेनें चलाने को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं है। ऐसे में रांची से चलने वाली एकमात्र ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस ओवर लोड चल रही है। ऐसे में तत्काल में भी पैसेंजर्स को टिकट नहीं मिल पा रहा है। बार-बार कोशिश के बाद भी उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। इतना ही नहीं, पहले नंबर पर लाइन लगने के बाद भी वेटिंग टिकट ही मिल रहा है, जिससे साफ है कि टिकट बुकिंग में एकबार फिर से दलाल हावी हो रहे हैं। यही वजह है कि आम पैसेंजर्स को टिकट लेने में पसीने छूट रहे हैं।

बुकिंग शुरू होते ही टिकट खत्म

रांची से नई दिल्ली के लिए राजधानी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन रेलवे चला रहा है, जिसका टिकट लेने के लिए लोग काउंटर पर नहीं जाना चाहते। कोरोना महामारी को लेकर लोग इसके लिए भी आनलाइन बुकिंग को ही बेहतर विकल्प मान रहे हैं। इसके लिए वे तत्काल की बुकिंग टाइम से पहले ही आनलाइन तैयार रहते हैं। लेकिन जैसे ही तत्काल बुकिंग शुरू होती है शुरू होने के साथ ही टिकट खत्म। इसके बाद पैसेंजर्स को स्क्रीन पर वेटिंग दिखना शुरू हो जाता है।

23 सितंबर तक वेटिंग टिकट

इस महीने की 24 तारीख से पहले तक राजधानी में सफर करने के लिए टिकट अवेलेबल नहीं है। ऐसे में पैसेंजर्स को आरएसी टिकट जारी किया जा रहा है ताकि वे कम से कम बैठकर जा सकें। पूरे पैसे चुकाने के बाद भी पैसेंजर्स को आधी सीट ही मिल पा रही है। वहीं अब तो वेटिंग लिस्ट भी काफी लंबी हो गई है। ऐसे में तो ट्रेन में सफर करना भी मुश्किल है। चूंकि वेटिंग टिकट वालों को विदाउट टिकट ही माना जाता है। साथ ही आनलाइन बुकिंग वालों के टिकट कैंसिल हो जाते हैं। जबकि काउंटर से टिकट लेने वालों को वहीं से जाकर कैंसिल कराना होता है। 24 सितंबर के बाद ही टिकट अवेलेबल है।

ट्रेन सिर्फ एक, पैसेंजर हजारों

रांची और हटिया से पहले ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ था, जिससे कि पैसेंजर्स को काफी राहत मिली थी। अब ट्रेनों का परिचालन सरकार के आदेश पर रेलवे ने बंद कर दिया है, जिससे कि पैसेंजर्स तो बढ़ गए लेकिन ट्रेन केवल एक। ऐसे में लोग ज्यादा पैसे देकर भी जाने को तैयार हैं। लेकिन, अब तो ज्यादा पैसे देने के बाद भी टिकट मिलना मुश्किल हो रहा है। वहीं जिन्हें सीट मिल भी रही है वो किसी तरह बैठकर अपने डेस्टिनेशन को जा रहे हैं।

केस वन

सोनू कुमार ने पिछले हफ्ते रांची से दिल्ली जाने के लिए राजधानी का टिकट बुक कराया, जिसमें उसे 60 वेटिंग मिली। अब उसने तत्काल में टिकट लेने की योजना बनाई। कंप्यूटर पर वह बैठा देखता रह गया और प्रॉसेस करने के बाद भी वेटिंग दिखाने लगा। उन्होंने तुरंत अपना टिकट कैंसिल करा दिया।

केस 2

पवन ने भी दिल्ली के लिए टिकट बुक कराया। उसे आरएसी 22 मिला। अब उसके जाने की मजबूरी थी तो बैठकर चला गया। चूंकि कोरोना महामारी के बीच तो सीट शेयर करना भी खतरे से खाली नहीं है। वहीं उसने तत्काल के लिए भी ट्राइ किया लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ और वेटिंग हो गया।