स्लग: सिटी के नो एंट्री जोन में बेखौफ घूम रहे कचरा ढोने वाले वाहन

-कचरा ढोने वाले विशालकाय वाहन शान से चलते हैं सड़कों पर

-चारपहिया 407 और अन्य व्यावसायिक वाहनों से पुलिस करती है वसूली

RANCHI(31 March): नगर निकायजिस पर शहर के विकास की जिम्मेदारी होती है, योजनाएं बनती हैं, चुनाव होते हैं, लाखो-करोड़ों खर्च होते हैं तब जाकर सिटी को स्मार्ट बनाने का सफल प्रयास हो पाता है। लेकिन, नगर निगम ही शहरी कानून की धज्जियां उड़ा रहा है। ट्रैफिक विभाग ने आवागमन सरल रखने के लिए शहर में नो एंट्री का प्रावधान कर रखा है जिसको तोड़ना नगर निगम के लिए सबसे आसान है। निगम की गाडि़यां धड़ल्ले से नो एंट्री जोन में घूमती हुई देखी जा सकती हैं, जिनको रोकना पुलिस के लिए भी चुनौती बनी हुई है। लेकिन कानून के पालन में पुलिस भी पूरी तरह फेल हो चुकी है

6 चक्का ट्रैक्टरों से ट्रैफिक जाम

नो एंट्री एरिया में 4 पहिया वाहनों से बड़े वाहनों का प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहता है। ऐसे में नगर निगम के 6 चक्का वाहन पूरे इलाके में घूमते हैं, कचरा ढोते हैं या पानी की सप्लाई में लगे रहते हैं। जानकारों की मानें, तो नगर निगम लिखी गाडि़यों का इस्तेमाल निगम के अधिकारी और नेता भी कर रहे हैं।

10 चक्का वाहन भी नो एंट्री में

नगर निगम के कचरा ढोने वाले ऑटो कचरे को ले जाकर बड़े वाहनों (कंपेक्टर )में डंप कर देते हैं, जहां से वह वाहन झिरी में ले जाकर कचरा गिरा देते हैं। इन बड़े वाहनों को भी अक्सर नो एंट्री जोन में देखा सकता है।

बॉक्स.

व्यावसायिक वाहनों से होती है अवैध वसूली

इस संबंध में पुलिस से पूछने पर उनका कहना है कि कई बार मना किए हैं लेकिन कोई न कोई बड़ा अधिकारी या नेता पैरवी में लग जाता है, गाडि़यां भी नगर निगम की रहती हैं इसलिए उन्हें रोकने में दिक्कत होती है। इसके विपरीत व्यावसायिक वाहनों से लगातार अवैध वसूली की जा रही है। 407 में चार चक्के होते हैं लेकिन उनसे भी नो एंट्री में घुसने पर चार्ज वसूला जाता है। व्यवसायियों ने कई बार इन वाहनों से अवैध वसूली की शिकायत वरीय अधिकारियों से की है।

वर्जन

इन वाहन चालकों को समझाते-समझाते थक गए हैं। शहर को साफ रखने और डेवलप करने की बात कहकर ये लोग कानून तोड़ रहे हैं.

-दिलीप खलखो, ट्रैफिक डीएसपी, रांची