रांची: राजधानी को स्मार्ट बनाने की बात हो रही है। मुख्य सड़कों की सफाई भी कराई जा रही है। लेकिन गली-मोहल्लों की स्थिति आज भी नहीं बदली है। रोड किनारे कूड़े का अंबार लगा है। वहीं कई इलाकों में नालियां भी नहीं बन पाई हैं। इससे कोकर इंडस्ट्रियल एरिया के अलावा कमलानगर में लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं हर दिन घर से निकलते ही ये लोगों को मुंह चिढ़ाते हैं कि आप रांची स्मार्ट सिटी में हैं।

रोड किनारे बिखरा कचरा

इंडस्ट्रियल एरिया से रांची की पहचान है। यहां पर बड़ी गाडि़यों के सर्विस सेंटर्स व प्रोडक्शन हाउसेज हैं, जिससे कि हमेशा ही लोगों का आना-जाना लगा रहता है। इसके बावजूद जगह-जगह पर कूड़ा देखने को मिल जाएगा, जिसकी सफाई न तो नगर निगम कराता है और न ही इंडस्ट्रियल एरिया एसोसिएशन।

कच्ची नालियों में बह रहा पानी

कमलानगर इलाके का विस्तार होता जा रहा है। लगातार नए मकान बन रहे हैं। लेकिन आज भी वहां पर कच्ची नालियों में ही लोग पानी बहा रहे हैं। कई जगहों पर कचरा भी जमा है। चूंकि इस इलाके में हर दिन निगम के लोग नहीं पहुंच पाते, जिससे आए दिन इलाके के लोगों को परेशानी होती है। कई बार तो लोग खुद से नाले और कचरे की सफाई भी करते हैं।

पब्लिक ने बताई परेशानी

गंदगी कहीं भी हो तो देखकर अच्छा नहीं लगता। अगर नगर निगम शहर की सफाई बेहतर ढंग से करे तो कहीं कचरा नहीं दिखेगा। इसके लिए कचरा फेंकने वालों पर भी कार्रवाई करनी होगी। तभी समस्या का समाधान हो सकेगा।

कविता कुमारी

सफाई को लेकर नगर निगम अभियान चलाता है। फिर भी कई जगहों पर कचरा नजर आ रहा है। आखिर ये लोग सफाई क्यों नहीं कराते। सुपरवाइजर को भी इन चीजों पर नजर रखनी चाहिए। तभी हमारा इलाका और शहर साफ हो पाएगा।

राहुल कुमार

सफाई को लेकर निगम कभी-कभी अभियान चलाता है। फिर भी कई इलाकों में गंदगी दिख रही है। आखिर ये लोग सफाई क्यों नहीं कराते। इसके लिए अधिकारियों को भी सख्ती बरतनी होगी।

रीना वर्मा

कचरा उठाव को लेकर गाडि़यां आती हैं। वार्ड सुपरवाइजर को कचरा के अलावा नालियों को भी देखना होगा। कच्ची नाली की भी सफाई नगर निगम को करानी चाहिए ताकि घरों का पानी आसानी से निकल जाए।

सिकंदर वर्मा

कई जगहों पर नालियां बनाई ही नहीं गई हैं तो घरों का पानी कैसे निकलेगा। इसके लिए भी निगम को प्लान करने की जरूरत है। ताकि रोड की तरह नालियां दुरुस्त हो जाएं तो मोहल्ला स्मार्ट हो जाएगा।

विजया भारती