RANCHI: स्टेट लाइब्रेरी, जहां हर दिन पांच सौ स्टूडेंट अपने कल के सपने को पूरा करने के लिए आते हैं। लेकिन इन दिनों यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट की परेशानी बढ़ गई है। जी हां, ये परेशानी बढ़ाई है पानी ने। यहां स्टूडेंट को पीने का पानी तक नसीब नहीं है। पांच बोरिंग कराई गई है, जिसमें एक भी बोरिंग किसी काम की नहीं है। वहीं सभी स्टूडेंट ने ये शिकायत रांची डीसी से भी की है।

महीने भर से संकट

रांची के काली बाबू स्ट्रीट स्थित स्टेट लाइब्रेरी में इस समय पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। स्टूडेंट यहां सुबह आठ बजे से रात के आठ बजे तक पढ़ाई करने आते हैं। लेकिन इन दिनों उनका ध्यान पढ़ाई की जगह पानी के जुगाड़ में लगा रहता है। किस तरह पानी का इंतजाम करें। यहां पानी संकट एक महीने से है। बाथरूम में भी पानी नहीं है। इस कारण परेशानी काफी बढ़ गई है।

पुलिस लाइन से ला रहे पानी

यहां हर दिन पांच सौ स्टूडेंट पढ़ाई करने आते हैं। जिसमें ग‌र्ल्स स्टूडेंट भी शामिल हैं। लेकिन इनके लिए एक बूंद पानी की व्यवस्था यहां नहीं है। कुछ स्टूडेंट तो घर से पानी की बोतल लेकर आते हैं। लेकिन बाकी स्टूडेंट पानी लाने के लिए कोतवाली पुलिस लाइन में जाते हैं और अपने पूरे दिन का पानी स्टॉक लेकर आते हैं। पिछले एक महीने से पढ़ाई के साथ उन्हें यह मशक्कत करनी पड़ रही है। इसका असर इनकी पढ़ाई पर हो रहा है।

बॉक्स।

पांचों बोरिंग हुई फेल

ऐसा नहीं है कि स्टेट लाइब्रेरी में पानी की व्यवस्था नहीं की गई थी। यहां अब तक पानी के लिए पांच डीप बोरिंग की जा चुकी है। लेकिन पांच में एक भी किसी काम के नहीं रहे। कहीं पानी नहीं मिला तो कहीं मिट्टी ही अंदर धंस गई। अब स्टेट लाइब्रेरी और डीइओ ने जिला प्रशासन और नगर निगम से अनुरोध किया है कि लाइब्रेरी में पानी की व्यवस्था कराई जाए।

क्या कहते हैं स्टूडेंट

पानी की समस्या यहां एक महीने से है। घर से चलने के समय से ही हमें सबसे पहले पानी का इंतजाम करना पड़ता है। इसके बाद ही हम लाइब्रेरी आते हैं।

अमन किशोर

पानी के लिए हमें कोतवाली पुलिस लाइन में जाना पड़ रहा है। वहां से हम हर दिन पानी भर कर लाते हैं। इससे हमारा समय बर्बाद हो रहा है। लेकिन मजबूर हैं।

मिलन कुमार

सबसे बड़ी समस्या यहां पानी की है। अगर ये दूर हो जाए तो हमें कोई और समस्या नहीं है। क्योंकि कोई भी काम बिना पानी के नहीं होता है।

धीरज मिश्रा

यही नहीं पानी नहीं होने के कारण बाथरूम से भी गंध आ रही है। हमारा पढ़ना मुश्किल हो गया है। अगर जल्दी इसका इंतजाम नहीं हुआ, तो भारी समस्या हो जाएगी।

अनिल

हमारी तरफ से सभी प्रयास किए गए कि पानी की समस्या दूर हो सके। लेकिन इसका इलाज नहीं हो सका। इसलिए इसके लिए नगर निगम को आगे आना होगा।

विकास कुमार

पानी नहीं होने से क्या परेशानी होती है ये हम ही बता सकते हैं। एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। बोतल में सभी अपना पानी बचा कर इस्तेमाल करते हैं।

रोहित कुमार

पानी की ऐसी परेशानी पहली बार यहां लाइब्रेरी में हुई है। इससे पहले ऐसी परेशानी नहीं थी। हमें नहीं समझ में आता है कि हम क्या करें।

संदीप

गर्मी की भी शुरुआत में ही ये हाल है। पता नहीं आगे क्या होगा। हम अगर पानी ही ढोते रहेंगे, तो पढ़ेंगे कब।

अमर नाथ

पानी की समस्या हर जगह है, लेकिन यहां जैसी नहीं। कोई हमारी परेशानी नहीं समझ रहा। कोई यहां एक दिन आकर पढ़ाई करे और उसे पानी नहीं मिले तो समझ में आएगा।

समर कुमार

वर्जन

यहां पांच बार डीप बोरिंग कराई गई थी, जो फेल हो गई है। वहीं, हमने डीसी से लेकर मेयर तक को लेटर लिखा है। इसके साथ ही मेयर को यहां पानी के लिए टैंक पहुंचवाने का भी अनुरोध किया है।

-राजकुमार प्रसाद सिंह,डीइओ, रांची