रांची: भाजपा नेता काशीनाथ महतो हत्याकांड का खुलासा कर पुलिस ने तीन आरोपियों में से एक संतोष महतो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। रूरल एसपी नौशाद आलम ने बताया कि चार मई को स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस ने भीनसायडीह की झाडि़यों से एक शव बरामद किया था, जिसकी पहचान काशीनाथ महतो के रूप में हुई थी। इसके बाद उनकी पत्नी के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। डीएसपी अजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें तमाड़ व बुंडू पुलिस को शामिल किया गया। टीम ने हत्याकांड की जांच में पाया कि काशीनाथ महतो की हत्या जमीन और वर्चस्व की लड़ाई में की गई थी। वहीं, हत्या के आरोपियों की भी जानकारी पुलिस को मिल गई थी। लेकिन वे लोग गांव छोड़ कैथा और सोनाहातू के जंगलों में शरण लिए हुए थे। टीम में डीएसपी अजय कुमार, पुनि सह थाना प्रभारी बुंडू रमेश कुमार, थाना प्रभारी तमाड़ चंद्रशेखर आजाद, सअनि अजय प्रताप, परासअनि हसनैन अंसारी, परासअनि मुकेश कुमार यादव, परासअनि यशवंत कुमार, परासअनि निर्मल कुमार मंडल, परासअनि दीपक कुमार सिंह समेत जवान शामिल थे।

ऐसे बनाई हत्या की योजना

अपराधी संतोष महतो ने कहा कि पूर्व में काशीनाथ महतो ने जमीन विवाद को लेकर हडि़या महतो की दो बार हत्या करने की कोशिश की थी, जिसकी भनक हडि़या महतो के पुत्र भीम महतो को लग गई थी। भीम महतो ने इसकी जानकारी संतोष महतो और सोमेन महतो को दी। इसके बाद तीनों ने मिलकर काशीनाथ महतो की हत्या की योजना बना डाली। तीन मई को एदेलडीह की तरफ जाते देखा और लौटने का इंतजार करने लगे। शाम में पुलिया के समीप घात लगाए आरोपियों ने काशीनाथ महतो पर दाउली और टांगी से हमला कर दिया। इसके बाद शव को ले जाकर झाडि़यों में फेंक दिया।