रांची (ब्यूरो)। सिटी की सड़कों पर ट्रैफिक लोड कम करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, ये प्रयास काफी सुस्त हैं। लेकिन सभी काम पूरे होने पर राजधानी वासियों को निश्चित ही सड़क जाम से काफी हद तक निजात मिल सकेगी। वर्तमान में कांटाटोली, रातू रोड और सिरमटोली से राजेंद्र चौक तक फ्लाईओवर निर्माण कार्य चल रहा है। इसी कड़ी में एक और फ्लाईओवर जुडऩे वाला है। रांची के लोगों को जल्द ही एक और फ्लाईओवर की सौगात मिलेगी। यह फ्लाईओवर रांची एयरपोर्ट से सैटेलाइट चौक तक बनाने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, इस प्रोजेक्ट पर फिलहाल डीपीआर बनाने का काम चल रहा है।

तीन साल का लक्ष्य

अगले तीन वर्षों में इसका निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। इसे भी एलिवेटेड कॉरिडोर की तर्ज पर तैयार किया जाएगा, जो रांची एयरपोर्ट से बिरसा चौक होते हुए सैटेलाइट चौक तक बनेगा। यह कॉरिडोर फोर लेन होगी, इसकी लंबाई साढ़े चार किमी होगी। वहीं, कॉरिडोर के नीचे सात मीटर चौड़ी सड़क भी बनाई जाएगी, ताकि एयरपोर्ट से सैटेलाइट चौक का ट्रैफिक ऊपर से निकल जाए और नीचे का ट्रैफिक स्मूद रहे। आने वाले दिनों में राजधानी की सड़कों पर लगने वाले जाम को सिटी के अलग-अलग इलाकों में बन रहे इन फ्लाईओवर से काफी हद तक कम करने में सफल साबित होंगे। लेकिन इसके लिए समय पर काम होना बेहद जरूरी है। तभी रांची वासियों को इसका फायदा मिल सकेगा।

दो महीने में डीपीआर

रांची एयरपोर्ट से बिरसा चौक होते हुए सैटेलाइट चौक तक बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर की डीपीआर तैयार की जा रही है। पथ निर्माण विभाग यह डीपीआर तैयार कर रहा है। विभाग के अनुसार इसे तैयार करने में दो महीने का समय लगेगा। इसके बाद इसे स्वीकृति के लिए कैबिनेट भेज दिया जाएगा। जहां से हरी झंडी मिलते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। विभाग के पदाधिकारियों की मानें, तो इस रूट में कुछ स्थानों पर अंडर पास बनाने की भी योजना है। इसके लिए सर्वे काम किया जाएगा। एयरपोर्ट रूट पर फ्लाईओवर निर्माण होने से पैसेंजर को काफी सुविधा हो जाएगी। उन्हें किसी तरह के जाम में फंस कर समय नहीं गंवाना पड़ेगा। इस रूट पर एलिवेटेड कॉरिडोर बनने से हिनू चौक, बिरसा चौक, एचईसी गेट और सैटेलाइट चौक जाम मुक्त हो जाएंगे।

इन तीन फ्लाईओवर का काम शुरू

सिटी में फिलहाल कांटाटोली, सिरमटोली से मेकॉन और रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। कांटाटोली फ्लाईओवर निर्माण का काम करीब पांच साल से हो रहा है। अब तक यहां सिर्फ 30 परसेंट ही काम हुआ है। वहीं सिरमटोली और रातू रोड में तेजी से कंस्ट्रक्शन वर्क हो रहा है। इन तीनों फ्लाईओवर के निर्माण के बाद शहर में जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिल जाएगी। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्री जाम में फंसे बगैर गंतव्य तक जा सकेंगे। वहीं, एयरपोर्ट जाने वाले पैसेंजर के लिए भी फ्लाईओवर की सौगात जल्द मिलेगी। शहर के विस्तार और अगले 50 वर्षों की आबादी को ध्यान में रखकर इन योजनाओं को तैयार किया गया है। फिलहाल राजधानी में कडरू, मेन रोड और डिबडीह में ही फ्लाईओवर है। झारखंड गठन को 22 वर्ष पूरे हो चुके हैं। लेकिन अबतक यहां ट्रांसर्पोटेशन के क्षेत्र में कोई खास काम नहीं हुआ है। न सड़कों का चौड़ीकरण हुआ और न ही नई सड़कों का निर्माण किया गया है, जिसका खामियाजा यहां की पब्लिक को जाम के रूप में उठाना पड़ रहा है।

एयरपोर्ट-सैटेलाइट चौक पर बनने वाले एलिवेटेड कॉरिडोर की डीपीआर तैयार हो रही है। कैबिनेट से सिग्नल मिलने के बाद इस पर काम शुरू होगा।

-सुनील कुमार, सेक्रेटरी, पथ निर्माण विभाग