--दो बांग्लादेशी कॉल गर्ल सहित चार गिरफ्तार

रांची : शहर में ऑनलाइन सेक्स रैकेट चल रहा था। बरियातू पुलिस ने सोमवार को इसका भंडाफोड़ करते हुए दो बांग्लादेशी कॉल गर्ल सहित चार को गिरफ्तार किया है। यह रैकेट एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर वेबसाइट के जरिए चल रहा था। ऐसी वेबसाइट पर संपर्क के बाद कॉल गर्ल के रेट तय किए जाते थे इसके बाद सर्विस दी जाती थी। सूचना मिलने के बाद सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय और बरियातू थानेदार सपन महता सहित पुलिस की टीम ने चिरौंदी र¨वद्र नगर स्थित एक फ्लैट में छापेमारी की। इस दौरान पुलिस की टीम ने दो कॉल गर्ल व दो ग्राहकों को गिरफ्तार कर लिया। मौके से सेक्स रैकेट चलाने वाले सरगना राहुल कुमार फरार हो गया। वह रैकेट ड्रग्स भी उपलब्ध कराता था। ड्रग्स और इंजेक्शन भी रैकेट का सरगना सर्विस के साथ उपलब्ध कराता था। पुलिस ने कॉल गर्ल के पास से नशीली दवा, ड्रग्स की कुछ खाली पुडि़या के लिए दवाएं और इंजेक्शन बरामद की है।

रांची का फर्जी आईकार्ड बनाकर हो रहा था धंधा

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों में चतरा निवासी महादेव यादव और संजय यादव के अलावा लुकी विश्वास और ¨पकी राय शामिल हैं। ¨पकी मूल रूप से बंगलादेश की रहने वाली है। पकड़ी गई कॉल गर्ल और गिरोह का सरगना शातिर हैं। बांग्लादेशी कॉल गर्ल रांची के पत्ते का फर्जी आई कार्ड बनवाकर धंधा कर रही थी। पुलिस इसकी जांच कर रही है। गिरफ्तार युवतियों ने पूछताछ में बताया कि वह अपनी पहचान छुपाने के लिए फर्जी आइकार्ड बनाया है।

साइट पर दिए गए वाट्सएप नंबर पर कस्टमर की डील

रांची एस्कॉर्ट सर्विस के नाम से चल रही वेबसाइट के जरिए ही यह गिरोह सेक्स रैकेट चला रहा था। संबंधित वेबसाइट में युवतियों की तस्वीर लगी हुई है। उसी तस्वीर के नीचे एजेंट का मोबाइल नंबर भी अंकित है। उस साइट में राहुल का भी मोबाइल नंबर डाला हुआ है। पकड़ी गई दोनों लड़कियों की तस्वीर में राहुल का नंबर अंकित है। ग्राहक लड़कियों की तस्वीर में सेलेक्ट करने के बाद मोबाइल नंबर पर संपर्क करते हैं। मोबाइल पर रेट तय होता है। इसके बाद ही ग्राहक को मिलने का जगह बताया जाता है। रेट तय होने के बाद एडवांस के तौर पर कुछ रकम लिए जाते हैं। यह रकम पेटीएम या गूगल पर के माध्यम से मंगवाया जाता था। इसके बाद कॉल गर्ल सर्विस पर जाने के बाद पूरा पेमेंट लेती थी। पकड़ी गई कॉल गर्ल ने बताया कि राहुल ने उन्हें ऑनलाइन बुक करने के बाद बुलाया था। बताया कि जो भी पैसा ग्राहक से मिलता है, वह राहुल को ही देती है।

बैंककर्मी के मकान को किराए में लेकर चल रहा था धंधा :

चिरौंदी आरसी गली के जिस मकान में सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था, वह राजेश गुप्ता नामक व्यक्ति का है। वह कोलकाता में रहते हैं। वहीं एक बैंक में कार्यरत हैं। मकान में किराएदार के अलावा कोई नहीं रहता है। उन्होंने राहुल को किराए पर मकान दिया था। इसकी सूचना एसएसपी को वाट्सएप के जरिए दिया गया था।