रांची (ब्यूरो)। झारखंड केंद्रीय विश्विद्यालय में साप्ताहिक अभिविन्यास कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मराठी विज्ञान परिषद के सचिव, यूजीसी डीएई कंसोर्टियम फॉर साइंटिफिक रिसर्च, भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर डा जयंत वसंत जोशी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथी शामिल हुए। वहीं कार्यक्रम में अध्यक्षीय भाषण सीयूजे के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने दिया। प्रोफेसर क्षिति भूषण दास ने सभी आयोजकों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम शिक्षकों के प्रोफेशनल डेवलपमेंट को पूरी तरह से निखारेगा शिक्षकों के ज्ञान क्षमता एवं बौद्धिक स्तर के विकास के लिए निरंतर इनपुट की आवश्यकता होती है। अच्छी स्कूली शिक्षा के बिना हम विश्वविद्यालयों में मेधावी छात्रों की आशा नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय होने के नाते यह हमारी सामाजिक जिम्मेदारी है कि हम इस दिशा में कार्य करें। झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय जनजातीय बहुल क्षेत्र में स्थापित है। उन्होंने विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में जनजाति छात्रों के नामांकन में वृद्धि की बात भी कही। उन्होंने कहा कि भविष्य में स्कूल के छात्रों का शैक्षणिक भ्रमण विश्वविद्यालय के विभिन्न प्रयोगशालाओं एवं विभागों में कराने की योजना है अंत में उन्होंने इस कार्य में सफलता की कामना की।
सीखने की योग्यता सशक्त करें
इस अभिविन्यास कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उच्चतर माध्यमिक स्तर के विज्ञान शिक्षकों (अर्थात भौतिकी विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान आदि) को उनके शिक्षण और सीखने की योग्यता को सशक्त बनाने का अवसर प्रदान करना है इस कार्यक्रम में देश के कई संस्थानों के प्रख्यात वैज्ञानिक, प्रोफेसर, शिक्षक गण व्याख्यान देंगे इसकी परिकल्पना विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षण के साथ-साथ अनुसंधान ज्ञान के लिए एक एक्सपोजर प्रदान करना है इस अभिविन्यास कार्यक्रम के माध्यम से उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक शिक्षण कौशल को बनाने और देश में विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए अपने छात्रों को प्रेरित करने के लिए झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय रांची और अन्य संसाधनों के वैज्ञानिकों के साथ बातचीत कार्यक्रम में प्रति दिन तीन व्याख्यान होंगे झारखंड राच्य के विभिन्न जिलों से करीब 140 से अधिक शिक्षकों ने इस कार्यक्रम में पंजीकरण कराया है प्राकृतिक विज्ञान और संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले प्रख्यात वैज्ञानिक और प्रोफेसरों द्वारा 18 व्याख्यान दिए जाएंगे सात दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में प्राकृतिक विज्ञान की मूल बातों के साथ साथ मानव जीवन के लिए उनके अनुप्रयोंगो पर आधारित होंगे आज पहले दिन कार्यक्रम में सीयूजे आर एंड डी सेल के डीन सारंग मेधेकर,कार्यक्रम के कन्वेनर डा धर्मेंद्र सिंह,आईक्यूसी के डायरेक्टर प्रो आर के डे, स्कूल ऑफ नेचूरल साइंस के डीन प्रो अरूण कुमार पाढी ,डीन एकेडमी प्रो मनोज कुमार शामिल हुए।