रांची (ब्यूरो) । शुक्रवार को इंडक्शन प्रोग्राम (गुरुदक्षता) की शुरुआत डीएवी पब्लिक स्कूल, हेहल के बहुद्देशीय सभागार में हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रों के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। दो दिनों तक चलने वाले इस सेमिनार (गोष्ठी) में सीबीएसई के द्वारा निर्गत सभी नियमों पर परिचर्चा होगी। सीबीएसई के द्वारा विद्यलयों को मिलने वाली मान्यताओं, उनकी शैक्षणिक कार्य - प्रणाली, विद्यलयों की गतिविधियों पर विस्तृत संवादों का आदान- प्रदान बिहार एवम झारखंड से पधारे 52 प्राचार्य एवं वरिष्ठ शिक्षकों के मध्य होगा।

कई प्रिंसिपल शामिल

विदित हो कि इस दो दिवसीय गुरुदक्षता कार्यक्रम की संसाधिका के रूप में परमजीत कौर प्राचार्या सरला विरला पब्लिक स्कूल रांची नमिता अग्रवाल प्राचार्या जेपीएस जमशेदपुर उपस्थित रहेंगी। ये दोनों संसाधिका सीबीएसई से मान्यता प्राप्त बिहार एवं झारखंड के विभिन्न विद्यलयों से आए हुए सभी प्राचार्यों एवं शिक्षकों को सीबीएसई के सभी बायलॉज एवं शिक्षा से जुड़े उसकी कार्यप्रणाली पर विस्तृत मार्गदर्शन करेंगी।

इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य एसके मिश्रा ने सभी उपस्थित विद्वतजनों को विनम्रतापूर्वक संबोधित करते हुए इस दो दिवसीय प्रशिक्षण की महत्ता पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने श्रीमद्भागवत गीता से एक संदेश को साझा करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि - विश्व का सबसे बड़ा गुरु श्रीकृष्ण हुए जिन्होंने महाभारत कुरुक्षेत्र में कौरवों और पाण्डवों के मध्य परम ज्ञान को प्रदान किया.उन्होंने कहा कि शिक्षक ही ज्ञान के साधन होते हैं। उन्होंने बताया कि प्रलय और निर्माण शिक्षक के हाथ में है।